राष्ट्रीय स्वास्थ्य, अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपाई ज्ञान सिंह नेगी का 71 वर्ष की उम्र में मंगलवार की सुबह निधन हो गया। वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ भी हो रही थी। मंगलवार को मुनिकीरेती के पूर्णानंद घाट में राजकीय सम्मान के साथ राज्य मंत्री का दाह संस्कार किया गया।
स्व. ज्ञान सिंह नेगी भाजपा के वरिष्ठ एवं कद्दावार नेता थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से वह जुड़े रहे। उनकी कर्तव्यनिष्ठा एवं ईमानदारी को देखते हुए भाजपा शीर्षनेताओं ने अनुशासन समिति का सदस्य बनाया। इसके बाद दिसम्बर 2018 में इनको दर्जाधारी राज्यमंत्री का पद सौंपा गया। शांत एवं गंभीर स्वभाव होने के कारण वह हमेशा संघ एवं भाजपा में सभी के प्रिय रहे। कैलाश गेट चैकी प्रभारी विकेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस के जवानों ने शस्त्र झुकाकर स्व. नेगी को सलामी दी।
स्व. नेगी अपने पीछे वह भरापूरा परिवार छोड़कर गए हैं। परिवार में उनकी पत्नी उर्मिला और दो बेटे राजेंद्र और दीपक हैं। पूर्णानंद घाट में उन्हें मुखाग्नि उनके दोनों बेटों ने दी। शोक जताने वालों में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, मेयर अनिता ममगाईं, कुसुम कंडवाल, राज्यमंत्री कृष्ण कुमार सिंघल, पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत, समाजसेवी चंद्रवीर पोखरियाल, पूर्व पालिका अध्यक्ष शिव मूर्ति कंडवाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष राकेश सेंगर, सभासद मनोज बिष्ट, मधुबन आश्रम के प्रबंधक हर्ष कुमार, स्वामीनारायण आश्रम के प्रबंधक सुनील भगत, प्रदीप रावत, दुर्गा प्रसाद थपलियाल आदि उपस्थित रहे।