पंचायती स्कूल समिति बनखंडी ऋषिकेश की संपत्ति को निगम अफसरों व कर्मचारियों की मिलीभगत से गुपचुप तरीके से किसी ओर के नाम दर्ज करने पर स्कूल समिति सदस्यों ने आक्रोश जताया है। सदस्यों ने मेयर अनिता ममगाई से नामांतरण रद्द करने व मिलीभगत में शामिल निगम अफसर व कमर्चारी पर कार्यवाही करने की मांग की।
स्कूल समिति बनखंडी के अध्यक्ष व पूर्व पार्षद हरीश तिवाडी ने बताया कि पुराना बस अड्डा मार्ग गली नंबर 5, बनखंडी जिसका क्रमांक 181 (पुराना) व नया संपत्ति संख्या 248ध्230 बनखंडी है। उक्त संपत्ति को पूर्व में नगर पालिका व वर्तमान में निगम के भ्रष्ट अधिकारियों द्वारा खुर्द बुर्द करने की कोशिस की जा रही है। इसी क्रम में नगर निगम ऋषिकेश ने इस संपत्ति का नामांतरण किसी दूसरे के नाम कर दिया। जब इस संबंध में स्कूल समिति की ओर से आपत्ति जताई गई तो निगम द्वारा संबंधित दस्तावेज और आपत्ति शपथ पत्र पर मांगी गई। इस पर पंचायती स्कूल समिति के अध्यक्ष हरीश तिवाड़ी व उपाध्यक्ष बाली पाल, निगम की स्थानीय पार्षद लता तिवाडी, राजेश कुमार, शिव कुमार गौतम और अजीत सिंह सहित बनखंडी रामलीला कमेटी अध्यक्ष विनोद पाल, ऋषिकेश पाल समाज के अध्यक्ष राजेश पाल, सामाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता राकेश पारछा, पूर्व पार्षद सुधारानी पाल ने शपथ पत्र दाखिल किया। मगर, निगम के कुछ भ्रष्ट अफसरों ने स्कूल समिति को दरकिनार करते हुए एक पक्षीय कार्यवाही को अंजाम दे दिया।
उन्होंने बताया कि पंचायती स्कूल समिति बनखंडी ऋषिकेश को यह भूमि दान में मिली थी इसका लक्ष्य गरीब और आर्थिक रूप से पिछड़े अनुसूचित जाति व पिछड़े समाज के बच्चों के लिए स्कूल बनाने का था, लेकिन लंबे समय से इस भूमि को खुर्दपुर करने का प्रयास पूर्व में नगर पालिका व वर्तमान में नगर निगम के भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से किया जाता रहा। इसका परिणाम यह हुआ कि संपत्ति बाहर ही बाहर से खरीद-फरोख्त होती रही लेकिन मौके पर स्कूल संपत्ति की भूमि पर कोई कब्जा नहीं कर पाया। समिति अध्यक्ष यह भी बताया उक्त संपत्ति राजस्व अभिलेखों में आज भी दान देने वाले महान व्यक्ति भंवरलाल पुत्र स्वर्गीय लादूराम के नाम अंकित व दर्ज है। साथ ही उक्त भूमि पंचायती स्कूल समिति बनखंडी ऋषिकेश के पास है।
समिति अध्यक्ष हरीश तिवाड़ी ने बताया कि जब बनखंडी ग्राम सभा से अलग हुई और नोटिफाइड क्षेत्र में शामिल हुई उस दौरान पहले भवन कर सर्वे में बनखंडी के सभी लोगों की संपत्तियो के साथ ही उक्त भूमि इसी नाम से पालिका अभिलेखों में दर्ज हुई है।
ज्ञापन के जरिए समिति अध्यक्ष ने मेयर अनिता ममगाई को बताया कि सन 1971 के पहले सर्वे में जब उक्त भूमि पंचायती स्कूल समिति बनखंडी ऋषिकेश के नाम दर्ज हो चुकी है, तो किस कारण इसका नामांतरण किया गया। क्यों गुपचुप तरीके से किसी ओर के नाम नामांतरण कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि उक्त भूमि पर भविष्य में स्कूल बनाया जाना है इसके चलते दूसरे के नाम दर्ज संपत्ति का नामांतरण रद्द किया जाए। साथ ही पुनः पंचायती स्कूल समिति बनखंडी ऋषिकेश के नाम नामांतरण निगम अभिलेखों में दर्ज किया जाए। इसके अलावा निगम के भ्रष्ट अफसर व कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। जिससे जनता में यह संदेश जाए कि नगर निगम ऋषिकेश में कानून का राज है।
इस पर मेयर अनिता ममगाईं ने स्कूल समिति सदस्यों को आश्वासन दिया कि मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाकर स्कूल समिति को न्याय दिलाया जाएगा। साथ ही मामले में शामिल दोषी अफसरों व कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञापन देने वालांे में स्कूल समिति अध्यक्ष हरीश तिवाडी, उपाध्यक्ष बाली पाल, स्थानीय पार्षद लता तिवाडी, पार्षद राजेश कुमार, पार्षद शिव कुमार गौतम, पार्षद अजीत सिंह (गोल्डी), ऋषिकेश पाल समाज अध्यक्ष राजेश कुमार पाल, बनखंडी रामलीला कमेटी अध्यक्ष विनोद पाल, सामाजिक कार्यकर्ता व अधिवक्ता राकेश पारछा, पूर्व पार्षद सुधा रानी पाल आदि शामिल रहे।