राज्य स्थापना दिवस पर 21 सालों की विफलताओ को लेकर आम आदमी पार्टी ने आज दोपहर नेपाली फार्म तिराहे पर उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुवे मौन रूप से प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि राज्य निर्माण के दो दशक के बाद भी अभी तक बलिदानियों के सपने का उत्तराखंड नहीं बन पाया है।
मंगलवार की दोपहर अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम अनुसार उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर प्रदेश की विफलताओ को लेकर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने मौन रूप से प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए राजे सिंह नेगी ने कहा कि सत्ता की मलाई काटने की चाहत में राज्य की सत्ता पर राज्य निर्माण के बाद काबिज हुए दोनों राष्ट्रीय दलों ने बारी-बारी से राज्यवासियों को छलने का काम किया है। उत्तराखंड की स्थाई राजधानी, पलायन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सिर्फ सियासत ही इन दो दशक से ज्यादा वक्त में होती रही है। उन्होंने कहा कि पृथक उत्तराखंड राज्य निर्माण के दो दशक बाद भी सरकारें आज तक कोई ठोस नीति नहीं बना पाई है। उत्तराखंड के शहीद राज्य आंदोलनकारियों ने जिस सपने के लिए अपनी शहादत दी थी, वह सपना अभी तक पूरा नहीं हो पाया है।
विधानसभा प्रभारी नेगी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य के लिए ठोस विकास नीति बनाने की जरूरत है। पलायन पर रोक के लिए राज्य में शिक्षा व्यवस्था, चिकित्सा और रोजगार पर सुदृढ़ नीति बनाने की जरूरत है। प्रदर्शनकारियों में जिला संगठन मंत्री दिनेश असवाल, दिनेश कुलियाल, देवराज नेगी, अनूप रावत, उषा बुडाकोटी, सुषमा राणा, सृष्टि, सृजना, विक्रांत भारद्वाज, पंकज गुसाईं, नरेन सिंह, अजय रावत, मनमोहन नेगी, चंद्रमोहन भट्ट, आशु पाल, सुनील सेमवाल, जय प्रकाश भट्ट, शुभम रावत, प्रभात झा, मनोज कुमार, राजेन्द्र चौहान, पवन प्रजापति, अश्वनी सिंह शामिल रहे।