शहीद राकेश डोभाल की 10 वर्षीय पुत्री आदित्य उर्फ मौली ने जय हिंद का नारा लगाकर पिता को सैल्यूट किया। उन्होंने इस दुखद परिस्थिति में अपनी दादी को भी संभाला और पूर्णानंद घाट पर अपने पिता का सपना पूरा करने का निर्णय लिया। बिटिया ने कहा कि वह बड़े होकर फौज ज्वाइन करेंगी और देश के दुश्मनों का सफाया करेंगी। उन्होंने जोश भरे शब्दों में वंदे मातरम के नारे भी लगाए।
हनुमंत पुरम विकास मंच के अध्यक्ष केके सचदेवा, अतुल गुप्ता, हरीश गुल्हाटी, जितेंद्र रावत, लिखवार सिंह नेगी, योगेश ब्रेजा, नवीन, राम रतन शर्मा, अनुराग वर्मा, चंद्रभान डिसूजा, कमान सिंह नेगी आदि लोगों ने शहीद के घर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मेयर अनिता ने कहा, व्यर्थ नहीं जाएगा शहीद का बलिदान
शहीद राकेश डोभाल को श्रद्धांजलि देते हुए मेयर अनिता ममगाई ने कहा अल्प आयु में राकेश डोभाल ने जो अपनी शहादत दी है, वह व्यर्थ नहीं जाएगी। उन्होंने कहा ऐसे वीर सैनिकों के कारण ही आज देश सुरक्षित है और हम आजादी की सांस ले रहे हैं। वहीं, राज्यमंत्री भगत राम कोठारी ने भी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित कर परिजनों को सांत्वना दिया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने शहीद को किया अंतिम नमन
शहीद राकेश डोभाल की अंतिम यात्रा से पूर्व, प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष प्रीतम सिंह निवास स्थान पहुँचे और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजली दी और उनके परिजनों से मुलाकात कर संवेदनायें वक्त की।
प्रीतम सिंह ने कहा ये देश और हमारे प्रदेश के लिये बड़ी क्षति है और लगातार हो रही सीमा पर सीज फायर के उल्लंघन से हमारे कई जवान शहीद हो गये हैं जो कि अत्यंत दुखद है मैं केन्द्र सरकार से कहना चाहता हूँ कि केन्द्र सरकार कोई ठोस रणनीति बनाये ताकि पाकिस्तान को कड़ा जवाब दिया जा सके और सीमा पर हमारे जवानों की शहादतों को रोका जा सके ।
श्रद्धांजली देने वालों में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य जयेन्द्र रमोला, महंन्त विनय सारस्वत, राजेन्द्र शाह, देवप्रयाग जिलाध्यक्ष हिमांशु बिज्ल्वाण, पार्षद जगत नेगी, पार्षद भगवान सिंह, विजयपाल रावत, देवी प्रसाद व्यास, प्रिंस सक्सेना, पंकज अरोड़ा, जगजीत सिंह जग्गी, विवेक तिवाड़ी, सुधार रॉय, मदन कोठारी, नवीन रमोला, यतेन्द्र बिज्ल्वाण आदि मौजूद थे।