विकासनगर (देहरादून) के जनजातीय क्षेत्र जौनसार बावर में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खुल गई है.
दरअसल, रविवार सुबह सड़क हादसे में घायल हुए करीब 16 लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) साहिया में भर्ती कराया गया था. लेकिन अस्पताल में तब एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था. मात्र एक फार्मासिस्ट के भरोसे अस्पताल संचालित हो रहा था. इसपर गुस्साए लोगों ने अस्पताल में जमकर हंगामा भी किया.
सड़क हादसे में कई लोग घायल
जानकारी के मुताबिक रविवार सुबह को साहिया समाल्टा मोटर मार्ग पर नगऊ-माक्टी से विकासनगर आते वक्त यूटिलिटी थैलाणिया बैंड के पास गाड़ी अचानक अनियंत्रित होकर सड़क के नीचे उतर गई. हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 16 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
इसके बाद आनन फानन में सभी घायलों को इलाज के लिए सीएचसी साहिया में भर्ती कराया गया, जहां इलाज करने के लिए एक भी डॉक्टर मौजूद नहीं था.
डॉक्टरों की करनी होगी नियुक्ति
बहरहाल, एक बात तो साफ है कि हादसों के दंश को कम करना है तो सरकार को अस्पतालों में डॉक्टरों की तैनाती करनी होगी. ताकि इस तरह लोगों की इलाज के अभाव में जान ना जाए. बल्कि समय रहते गंभीर घायलों को भी सही इलाज कर उन्हें बचाया जा सके.