गोपालमणि महाराज ने कहा कि सरकार को गोधन की बात करनी चाहिए। हर सरकार कालेधन और सफेद धन की ही बात करती है। हम सभी गो सेवक गोमाता के सम्मान के लिये अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे। उन्होंने सरकार से गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में गोभक्त उसी को वोट देंगे, जो गाय को राष्ट्रमाता का संवैधानिक दर्जा दिलाएगा।
देहरादून परेड ग्राउंड में गो क्रांति मंच की ओर से ‘गो राष्ट्रमाता प्रतिष्ठा महासंकल्प’ कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें गोपालमणि महाराज ने प्रदेशभर से पहुंचे गोभक्तों को संबोधित किया। मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में सहकारिता एंव उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने भी पहुंचे। उन्होंने आश्वासन दिया कि आगामी विधानसभा सत्र में गोमाता को राष्ट्रमाता का संवैधानिक दर्जा देने का प्रस्ताव लाया जाएगा। इस मौके पर हजारों गो समर्थकों ने गो सम्मान के हक के लिए प्रयासरत रहने का संकल्प लिया। गोपालमणि महाराज ने बताया कि मंच को अब तक राज्य के कुल 57 विधायकों का समर्थन हासिल हो चुका है। निर्णय लिया कि 2019 के लोकसभा चुनाव में इस मुद्दे को प्रमुख तौर पर उठाया जाएगा।
इस दौरान मंच ने पांच सूत्रीय मांगें रखी। जिनमें गो को राष्ट्रमाता का संवैधानिक सम्मान देने, सरकार से किसानों से गोबर क्रय कर उसका उपयोग खाद, रसोई गैस, बायो डीजल-पेट्रोल के विकल्प के रूप में करने, 10 वर्ष तक के बालक-बालिकाओं को निशुल्क भारतीय नस्ल की गायों का दूध उपलब्ध कराने, गायों के लिए चरान भूमि सुरक्षित करने, असहाय गायों के लिए आदर्श गोशालाओं की व्यवस्था करना शामिल हैं। कार्यक्रम में धनोल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार, यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत, राजपुर रोड विधायक खजान दास ने पहंुच कर इस प्रस्ताव को समर्थन दिया। इस दौरान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुभाष शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष शूरवीर सिंह मतुड़ा, विनोद कपरवान सहित कई अन्य शामिल रहे।