कोतवाली ऋषिकेश पुलिस ने एक युवक को जालसाझी कर नाबालिग युवती से ब्याह रचाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस ने युवक के कब्जे से युवती भी बरामद की है।
बीती 18 दिसंबर को एक व्यक्ति ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी। आरोप लगाया था कि दयानंद मार्ग चंद्रेश्वर नगर ऋषिकेश निवासी इंद्रजीत राजभर पुत्र स्वर्गीय हरिप्रसाद राजभर उसकी नाबालिग पुत्री को बहला-फुसलाकर भगा ले गया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर नाबालिग की बरामदगी के लिए टीम गठित की। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह ने बताया कि पुलिस टीम ने इस मामले में नाबालिग व आरोपित के 23 दोस्तों से भी अलग-अलग पूछताछ की। इसके साथ ही चंद्रेश्वर नगर, चंद्रभागा, मायाकुंड आदि क्षेत्र में प्रतिष्ठानों पर लगे लगे 17 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। 31 दिसंबर की रात्रि पुलिस टीम ने तहसील चौक के पास से गुमशुदा नाबालिग को सकुशल बरामद कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि फेसबुक पर उन दोनों के बीच दोस्ती हुई थी। नाबालिग होने के कारण वकील ने उनकी शादी ना होने की बात कही। जिसके बाद इंद्रजीत राजभर ने 14 बीघा में कैफे चलाने वाले अपने दोस्त विनय उर्फ वंदेमातरम से किशोरी के अंकपत्र व आधार कार्ड में एडिोटग करके उम्र बढ़ा दी। इन कागजों को कोर्ट में दिखाकर दोनों ने शादी कर ली।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक राजेश शाह ने बताया कि आरोपित इंद्रजीत राजभर ने अपने जिस दोस्त के माध्यम से नाबालिग के दस्तावेजों में कूटरचना कराई थी, उसके खिलाफ भी पुलिस कार्रवाई करने जा रही है। युवक का दोस्त विनय उर्फ वंदेमातरम निवासी 14 बीघा, ढालवाला में एक हार्डवेयर की दुकान पर काम करता था। दुकान मालिक से जानकारी प्राप्त हुई कि वह निजी कार्य से राजस्थान गया है। वापस आने पर तत्काल कोतवाली ऋषिकेश को रिपोर्ट करेगा। उन्होंने बताया कि कूटरचना करने वाले आरोपित के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।