योग साधक निकालेंगे गंगा स्वच्छता को पदयात्रा

सात दिवसीय अन्तर राष्ट्रीय योग महोत्सव को लेकर जीएमवीएन की पत्रकार वार्ता

ऋषिकेश।
सोमवार को कैलाशगेट स्थित गंगा रिसॉर्ट में गढ़वाल मंडल विकास निगम के एमडी अतुल कुमार गुप्ता ने पत्रकार वार्ता में बताया कि निगम के पास सोमवार दोपहर तक 410 बुकिंग आ चुकी है। योग महोत्सव में 200 गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, 20 गढ़वाल विश्वविद्यालय, 100 देव संस्कृति विश्वविद्यालय के छात्र भी भाग ले रहे हैं। छात्रों के लिए शासन ने पांच सौ रुपये मात्र में योग महोत्सव में प्रतिभाग करने की विशेष व्यवस्था की है। वहीं, विभिन्न प्रकार के पैकेजों के माध्यम से पर्यटकों को भी लुभाने का प्रयास किया है।
एमडी ने बताया कि योग महोत्सव में दो सेशन होंगे। पहले सेशन में योगाभ्यास और प्राणायाम शामिल है जबकि दूसरे सेशन में डिवाइन लेक्चर को शामिल किया गया है। डिवाइन लेक्चर खुला कार्यक्रम होगा जिसमें स्थानीय लोग भी प्रतिभाग कर सकते हैं। प्रतिदिन कार्यक्रम की शुरुआत सूर्य क्रिया से शुरू होगी और सायंकालीन गंगा आरती और भजन संध्या से समापन होगा। उन्होंने बताया कि योग महोत्सव में पहली बार नमामि गंगे परियोजना को शामिल किया गया है। पांच मार्च को योग साधक गंगा रिसॉर्ट से त्रिवेणीघाट और आस्था पथ पर गंगा स्वच्छता के लिए लेकर पदयात्रा निकालेंगे। इस दौरान गंगा घाटों की सफाई भी की जाएगी। पत्रकार वार्ता में पद्मश्री डॉ. स्वामी भारत भूषण, पोलैंड में भारतीय राजदूत रहे सीएम भंडारी, महाप्रबंधक बंशीलाल राणा आदि मौजूद रहे।

योग के ऋषिमुनियों के नाम से सभागार तैयार
नगर पालिका मुनिकीरेती सभागार में महर्षि पंतजलि मंडप, गंगा रिसॉर्ट में आदियोगी शिव सभागार, महर्षि योग ऋषि सभागार, महर्षि विश्वामित्र सभागार, महर्षि अत्रि सभागार। योग महोत्सव में 37 योगाचार्य शामिल हो रहे हैं जिनमें सात विदेश से आने वाले योगाचार्य हैं। निगम योगाचार्यों को आने-जाने का खर्च देने के साथ रहने और खाने-पीने की सुविधा दे रहा है। एमडी ने बताया कि कुछ मानदेय के तौर पर निगम वरीयताक्रम के अनुसार भी योगाचार्यों को देने पर विचार कर रहा है।

नि:शुल्क परामर्श और उपचार
योग महोत्सव में पहली बार जीएमवीएन 20 स्टॉल लगाने जा रहा है। एमडी ने बताया कि मर्म चिकित्सा, आयुर्वेद, आयुष, नाड़ी योग सहित 20 स्टॉलों को योग महोत्सव में शामिल किया गया है जिसमें विशेषज्ञों द्वारा नि:शुल्क परामर्श और उपचार दिया जाएगा। स्थानीय लोग भी इन स्टॉलों का लाभ ले सकेंगे।