जब पुलिस ने ट्रैफिक लाइट को किया है फेल, तो आप पार्टी का संघर्ष किस काम का…

आम आदमी पार्टी ने आज तीर्थनगरी की ट्रेफिक लाइट व्यवस्था शुरू करवाने के लिए संघर्ष करने की बात कही है। उन्होंने इस बावत शासन और प्रशासन के अधिकारियों से जल्द मुलाकात करने को भी कहा है। आप पार्टी के नेता डॉ राजे सिंह नेगी ने यह बात आज कही।

मगर, क्या उनका यह संघर्ष काम आएगा। क्योंकि ऋषिकेश में ट्रेफिक पुलिस की ओर से इन सिग्नल्स को अनुपयोगी बताया हुआ है। जिस पुलिस ने ट्रेफिक के नियमों का पालन कराना है, अगर वही इसे यहां फेल बता रही है, तो आप पार्टी को इस बात पर पुनः विचार करके अपने संघर्ष वाली बात को बदलना होगा। शायद इस बात की जानकारी आप पार्टी के नेताओं को नहीं है। यदि होती तो आज ट्रेफिक सिग्नल को लेकर बैठक करने की जरूरत नहीं होती।

आज आप नेता डा. नेगी ने कहा कि कई वर्षों से लगातार यातायात व्यवस्था पंगु हाल में बनी हुई है। शहर की ट्रैफिक लाईटें धूल फांक रही है और जो नई ट्रेफिक लाईट देहरादून रोड पर प्रशासन की ओर से लगवाई भी गई है वह भी महज शोपीस बनी हुई है जिसकी वजह से यातायात व्यवस्था को सुधारने में इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। कहा कि शहर में यातायात बढ़ रहा है, वाहनों के दबाव में सड़कें संकुचित होने लगी हैं जिसकी वजह से जाम का लगना अब आम हो चला है।

सिग्नल्स को पूर्व सीओ वीरेंद्र सिंह रावत बता चुके हैं फेल
दरअसल पूर्व पुलिस क्षेत्राधिकारी वीरेंद्र सिंह रावत ने नगर निगम ऋषिकेश को पत्र भेजकर अवगत कराया है कि तीर्थनगरी में लगे ट्रेफिक सिग्नल्स किसी काम के नहीं है। इनका पालन यहां करना उचित नहीं है, ऐसे में यह अनुपयोगी है, लिहाजा इसे यहां से हटा दिया जाना उचित है। निगम भी पुलिस के पत्र के जरिए इन पोल को हटाने की तैयारी में है। इसके पीछे एक कारण यह भी है कि 15 वर्ष के लिए एक फर्म को तीर्थनगरी में ट्रेफिक सिग्नल्स लगाने का काम दिया गया है, जो एक आश्चर्य जनक है, इसे सिर्फ पांच माह के लिए ही दिया जा सकता है।

बैठक में पार्टी के कॉर्डिनेटर दिनेश असवाल, पूर्व विधानसभा प्रभारी अमित विश्नोई, नवीन मोहन, गणेश बिजल्वाण, दिनेश कुलियाल, प्रवीन असवाल, विक्रांत भारद्वाज, मनमोहन नेगी, रवि कुकरेती, सुनील कुमार आदि उपस्थित थे।