हम तो किसी से कम नहीं दुनिया बदलकर मानेंगे

ऋषिकेश।
गुरुवार को परमार्थ निकेतन में वक्ताओं ने महिला सुरक्षा व अधिकारों पर चर्चा की। महिला आयोग की सदस्य सचिव ने कहाकि औरत, औरत की दुश्मन नहीं होती है। लैंगिक समानता को लेकर जानकारी दी। अधिवक्ता डीआर सिंह ने घरेलू हिंसा अधिनियम और आयोग के क्रियाकलापों को समझाया। सदस्य डॉ. अपर्णा मलिक ने सैक्सुअल उत्पीड़न को जेकर जागरुक किया। बताया कि खामोशी किसी समस्या का समाधान नहीं है।
पूर्व सदस्य तारा पांगती ने हम किसी से कम नहीं है दुनिया को बदलकर मानेंगे गीत सुनाकर अपनी बात रखी। अधिवक्ता आलोक घिल्डियाल ने महिलाओं से अपने को कमजोर नही समझने को लेकर जागरुक किया। बताया कि आज बड़े और महत्वपूर्ण पदों पर महिलायें है। महिलाओं के बिना समाज की कल्पना भी नही की जा सकती है। महिलाओं के शिक्षाकरण और दूरस्थ गांवों में कैंप लगाकर उनके अधिकारों को बताने पर जोर दिया।
वक्ताओं ने मानव तस्करी, महिला उत्पीड़न, कन्या भ्रूण हत्या आदि विषयों पर अपनी राय रखी। चर्चा में ऐसे शिविरों के आयोजनों को दूरस्थ क्षेत्रों में लगाये जाने और महिलाओं को अधिक से अधिक संख्या में जागरुक करने पर जोर दिया गया। महिला आयोग की अध्यक्ष सरोजनी कैंतुरा ने सभी वक्ताओं का धन्यवाद दिया। कहाकि आयोग महिलाओं की समस्याओं के समाधान और उनको न्याय दिलवाने में प्रयासरत है। महिला आयोग के द्वारा दो दिवसीय कानून जागरुकता शिविर का दोपहर बाद समापन हो गया।