अपने शौक के लिए बच्चों से मंगवाता था भीख, पुलिस ने धर दबोचा

विशेष मानव तस्करी रोकथाम इकाई और पुलिस द्वारा चलाए गए अभियान के तहत ऋषिकेश में मासूम बच्चों की आड़ में भीख मांग कर अपने शौक पूरे करने वाले एक व्यक्ति को दो मासूम बच्चों के साथ पकड़ लिया है।
चाइल्ड हेल्पलाइन के सदस्य हेमंत कुमार कुमार ने बताया कि मंगलवार को विशेष मानव तस्करी रोकथाम इकाई और पुलिस की टीम द्वारा ऋषिकेश में बच्चों की आड़ में भीख मांगने वाले एक भिखारी की शिकायत ऋषिकेश के सामाजिक कार्यकर्ता अमित वत्स द्वारा टीम को पिछले काफी समय से दी जा रही थी कि एक साधु ऋषिकेश में छोटे मासूम बच्चों को त्रिवेणी घाट सहित सार्वजनिक स्थानों पर बैठा कर चला जाता है। शाम तक जितने भी पैसे इकट्ठे होते हैं उनको एकत्रित कर ले जाता है।
इस शिकायत को टीम के सदस्यों ने गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को ऋषिकेश में चाइल्ड हेल्पलाइन की सदस्य ऋषिकेश प्रभारी रचना, यशवीर रावत, नीलम चौहान और पुलिसकर्मी मनवीर शाह, धर्मेंद्र कुमार, रैना रावत ने नगर के विभिन्न क्षेत्रों में त्रिवेणी घाट, मेन बाजार और हरिद्वार मार्ग पर छापेमारी की।
उन्होंने देखा कि सड़क के किनारे एक ढाई वर्ष की मासूम बच्ची रूपा और 8 महीने का बच्चा सड़क के किनारे बिछी चादर पर बैठा था। चादर पर लोग खाने पीने का सामान और पैसे डालकर जा रहे हैं। लेकिन उनके पास कोई भी बड़ा व्यक्ति नहीं था। जिसे देखकर टीम के सदस्य बच्चों को बैठाने वाले व्यक्ति की तलाश में प्रतीक्षा करते रहे।
कुछ समय बाद इन बच्चों के पास सूरज पुत्र राजेंद्र ईसापुर तहसील, तिलहर पोस्ट ऑफिस निगोही जिला शाहजहांपुर आया और बच्चों के पास से पैसे इकट्ठे करने लगा जिसे उक्त टीम ने मौके पर ही पकड़ लिया। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि यह दोनों बच्चे उसी के हैं, और वह बच्चों की आड़ में अपने शौक पूरे करने के लिए भिक्षावृत्ति करता है। जो कि हाल में ऋषिकेश के बाजार में ही रात को सोता है। जिसे टीम पकड़ कर देहरादून ले गई है। टीम सदस्य हेमंत कुमार धीमान ने बताया कि पकड़े गए बच्चों को टीम सदस्यों ने बाल कल्याण समिति को देखभाल के लिए सौंप दिया है। सूरज को कल सक्षम मजिस्ट्रेट के सम्मुख अग्रिम कार्रवाई के लिए पेश किया जाएगा।