पारंपरिक जैविक कृषि वर्तमान समय की आवश्यकता-प्रेमचन्द अग्रवाल

ऋषिकेश विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत गौहरी माफी में उत्तराखंड कृषि विभाग द्वारा आयोजित पारंपरिक जैविक खेती पर आधारित मेले का आयोजन किया गया जिसमें अनेक कृषकों ने अपने जैविक कृषि के स्टॉल भी लगाए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने विधिवत कृषि मेले का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर अग्रवाल ने कहा कि पारंपरिक जैविक कृषि वर्तमान समय की आवश्यकता है और जैविक सब्जियों से ही व्यक्ति का जीवन स्वस्थ रह सकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से रासायनिक खादों के उपयोग से कृषि से उत्पन्न होने वाली फसलें जीवन के लिए हानिकारक साबित हो रही है, उससे निजात पाने के लिए पारंपरिक जैविक कृषि पर आधारित फसलें जीवन के लिए अत्यंत आवश्यक है।
कृषि मेले में अग्रवाल ने कृषि विभाग द्वारा आयोजित मेले की सराहना करते हुए अधिकारियों से कहा कि आधुनिक कृषि उपकरण, आधुनिक तकनीकी से निर्मित किए गए बीज तथा कीटनाशक दवाइयों के बारे में किसानों को समय-समय पर जागरूक किया जाना चाहिए ताकि कृषि उपज में भी इजाफा हो सके और उन्नत प्रकार की फसलें उगाई जा सके। उन्होंने कहा कि कृषक अपनी मेहनत लगन के बल पर कृषि फसलें उगाता है परंतु बाजार में उसका उचित मूल्य प्राप्त हो सके, इसके लिए भी चिंता करने की आवश्यकता है। अग्रवाल ने इस अवसर पर दूर-दूर से आए हुए कृषकों को अपनी शुभकामनाएं दी और साथ ही कहा है सरकार द्वारा कृषकों के हित में अनेक योजनाएं संचालित की गई है जिससे कृषक लाभान्वित हो रहे हैं।
जिला सहायक कृषि अधिकारी राजदेव पवार ने कहा है कि इस मेले का उद्देश्य कृषको को पारंपारिक जैविक खेती की ओर प्रेरित करना है ताकि कृषकों द्वारा उगाई फसलें एवं सब्जियों से लोग स्वस्थ रह सकें।
इस अवसर पर डोईवाला के ब्लॉक प्रमुख भगवान सिंह पोखरियाल, प्रधान संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष सोबन सिंह कैन्तूरा, प्रधान सागर गिरी, प्रधान रोहित नौटियाल, रेखा पोखरियाल, रमेश कंडारी, आशीष जोशी, सहायक कृषि अधिकारी इंदु गोदियाल, डीएस असवाल, नरेश नौटियाल सहित बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित रहे।