दीपशिखा और निधि को सर्वश्रेष्ठ शोधार्थी का खिताब

ऋषिकेश।
गुरुवार को एसआरएचयू में आयोजित समारोह में हिमालयन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस 2014 बैच के द्वितीय वर्ष के छात्र-छात्राओं को विभिन्न शोध कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया। संस्थान की ओर से ‘फॉर-टॉक्स क्रिएशन’ नाम से प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें करीब सौ छात्रों ने भाग लिया। छात्रों ने 22 साइंटिफिक रिसर्च प्रोजेक्ट व 21 साइंटिफिक मॉडल प्रस्तुत किये। साइंटिफिक रिसर्च कैटगरी में पहला पुरस्कार दीपशिखा व निधि ने प्राप्त किया। जबकि मानषी कालरा, तान्या चैधरी व वैभवी धस्माना संयुक्त रुप से दूसरे स्थान में रही। वहीं, सांइटिफिक मॉडल कैटगिरी में अरुणिमा, चाहत, चक्षु, लवनीश व समृद्धि अव्वल रहे।
समारोह में डॉ. विजेंद्र चैहान ने कहा कि यूनिवर्सिटी शोध कार्यों के मेडिकल जर्नल में प्रकाशन के लिए मदद करेगा। बताया कि सभी शोधपत्र के लिए एचआईएमएस ही नहीं बल्कि दूसरे मेडिकल कॉलेज के प्रोफसरों की ओर से भी मूल्यांकन किया गया है। वहीं, विभाग के प्रमुख डॉ. संजॉय दास ने बताया कि देश में एचआईएमएस एक मात्र मेडिकल कॉलेज हैं जहां फॅारेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी के क्षेत्र में शोध कार्य कराया जाता है। मौके पर डॉ. हरनाम सिंह, डॉ. एसएल जेठानी, डॉ. पीके सचान, डॉ. डीसी धस्माना, डॉ. सुनील सैनी, डॉ. जूही कालरा, डॉ. ज्योति द्विवेदी, डॉ. विनीता कालरा, डॉ. बी चटर्जी आदि उपस्थित रहे।