प्रदेश सरकार धर्मशालाओं के संचालकों की ओर भी नजरें इनायत करेकरेः डा. राजे

उत्तराखंड में तीर्थाटन एवं पर्यटन पर कोरोना की दूसरी लहर ने जबरदस्त तबाही पहुचाई है।शहर की तमाम धर्मशालाएं इन दिनों पूरी तरह से सूनी पड़ी हुई है।

लगातार दूसरे वर्ष अदृश्य वायरस के कहर से कुछ धर्मशाला संचालकों की हालत तो इस कदर खराब है कि उनके लिए कर्मचारियों की तनख्वाह और बिजली पानी के बिल तक भर पाना टेड़ी खीर साबित हो रहा है।इस गंभीर मसले पर आवाज उठाते हुए आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड सरकार से धार्मिक आश्रमों एवं धर्मशाला संचालकों को टेक्स में छूट सहित कोरोनाकाल के दौरान बिजली पानी के बिल माफ कर उन्हें राहत देने की मांग की है। आम आदमी पार्टी के जिला मीडिया प्रभारी डॉ राजे सिंह नेगी ने कहां की लगातार दूसरे वर्ष कोरोनावायरस के कहर के चलते धार्मिक आश्रम एवं धर्मशाला संचालकों को आर्थिक तंगी के दौर से गुजरना पड़ रहा है। सरकार को इनकी ओर भी नजरें इनायत करने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य पूरी तरह से तीर्थाटन एवं पर्यटन पर निर्भर है । कोरोला की पहली लहर के बाद दूसरी लहर के कहर के चलते इन धार्मिक संस्थाओं पर वज्रपात हुआ है जिसकी वजह से लंबे अरसे से इन तमाम धर्मशालाओं में सन्नाटा पसरा हुआ है।उन्होंने उत्तराखंड की तीरथ रावत सरकार से धर्मशाला संचालकों के विद्युत एवं बिजली के बिलों को माफ करने की मांग की है।