महर्षि वाल्मीकी की सीख आज भी प्रासंगिकः डा. अग्रवाल

त्रिकालदर्शी भगवान वाल्मीकि जी की जयंती के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस मौके पर मंत्री डॉ अग्रवाल को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। साथ ही शोभायात्रा के कलाकार और सेवादारों को मंत्री डॉ अग्रवाल ने सम्मानित किया।

शुक्रवार को वाल्मीकि नगर में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि आदि ग्रंथ के रचयिता महर्षि वाल्मीकि की सीख एवं विचार आज भी प्रासंगिक हैं। महर्षि वाल्मीकि ने भारत वर्ष ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण विश्व को अपने विचारों से सही दिशा दिखाई। महर्षि वाल्मीकि के विचारों पर चलकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार सामाजिक समरसता के साथ समाज के सभी वर्गों के कल्याण के लिये काम कर रही है।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि द्वारा आदि ग्रंथ रामायण के माध्यम से समाज को विविधता में एकता, विश्वास के साथ रिश्तों का निर्वहन, हर परिस्थिति में मर्यादित जीवन जीना, हर व्यक्ति के प्रति दया व प्रेम की भावना रखना एवं सबके प्रति एक समान व सम्मानजनक व्यवहार रखने की सीख समाज को दी।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि के उदगार हमारे जीवन के लिये विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं। जिनमें जननी व जन्मभूमि को स्वर्ग से बढ़कर समझना, इच्छाशक्ति से हर काम संभव है, दुनिया में दुर्लभ कुछ भी नहीं, अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है और दुरूख व विपदा जीवन में कभी भी आ सकते हैं।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि अगर हमें देश व प्रदेश के सुनहरे भविष्य का निर्माण करना है तो महर्षि बाल्मीकि जैसी महान विभूतियों द्वारा रचित ग्रंथों को पढ़ना और समझना होगा।

इस मौके पर मण्डल अध्यक्ष दिनेश सती, व्यापारी नेता प्रतीक कालिया, पार्षद शिव कुमार गौतम, पार्षद मीनाक्षी बिरला, कार्यक्रम आयोजक रविन्द्र बिरला, जगावर सिंह, मण्डल महामंत्री सुमित पंवार, जयंत शर्मा, उपाध्यक्ष राकेश चंद, संजीव सिलस्वाल, नंद किशोर जाटव, युवा मोर्चा अध्यक्ष नितिन सक्सेना, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष दीपक भारद्वाज, संजीव पाल, रजनी रावत, राधे जाटव, राकेश चवारिया, सेवा राम, कुलदीप जाटव, महिपाल सिंह, प्रवीण कालरा, सत्यपाल, सुलेखा वाल्मीकि, सोनम, पूनम देवी आदि उपस्थित रहे।