आईडीपीएल सहित ऋषिकेश की बड़ी आबादी का मुद्दा विधानसभा सत्र में उठेगा

आवासीय समिति आईडीपीएल ऋषिकेश के पदाधिकारियों ने एआईसीसी के सदस्य जयेन्द्र रमोला के नेतृत्व में आईडीपीएल व कृष्णानगर कालोनी को नगर निगम में सम्मिलित करने हेतु नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह को ज्ञापन प्रेषित किया।
इस अवसर पर जयेन्द्र रमोला ने कहा कि आईडीपीएल क्षेत्र कभी ऋषिकेश की आर्थिक रीढ़ होता था, पर आज जिन लोगों ने इस आईडीपीएल को शुरुआती दौर में सींचने का काम किया है, सरकार द्वारा उनको उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है। इनके परिवारों के जन्म प्रमाण पत्र नहीं बन रहे हैं ना ही कोई अन्य पेपर कार्य हो पा रहे हैं। इसलिये आज कुछ बिंदुओं पर नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह को ज्ञापन माध्यम से निम्न बिन्दुओं को प्रेसित कर आईडीपीएल को नगर निगम क्षेत्र में सम्मिलित करने की मांग की गई।
उन्होंने बताया कि ज्ञापन में आईडीपीएल संस्थान बंद होने के कारण यहां निवास कर रहे पूर्व कर्मचारियों व उनके आश्रितों के ऊपर बेघर होने का खतरा मंडराने लगा है। वहीं, आईडीपीएल में सरकार द्वारा चलाई जा रही किसी भी सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा है जैसे कि जन्म अथवा मृत्यु प्रमाण पत्र, वृद्धा या विधवा पेंशन, परिवार रजिस्टर में नाम होना ना होना, किसी भी तरह का छोटा व्यापार करने के लिए बैंक ऋण न मिल पाना, बिजली पानी एवं सफाई के लिए कोई व्यवस्था ना होने की वजह से यह सब मूलभूत जरूरतें भी चरमरा गई है। आईडीपीएल चारों ओर से निगम क्षेत्र मालवीय नगर, गीता नगर, गुमानीवाला, मनसा देवी, सुमन विहार, 20 बीघा, शिवाजी नगर, मीरा नगर आदि एवं ग्राम सभा खजुरी से घिरा हुआ है। जबकि नगर निगम क्षेत्र व आईडीपीएल क्षेत्र की भूमि का उपयोग वन भूमि ही है। वर्तमान समय में आईडीपीएल आवासीय कॉलोनी, कृष्णा नगर कॉलोनी एवं खांड गांव में लगभग 25000 की आबादी निवास कर रही है जो सभी सरकारी योजनाओं एवं सुविधाओं से वंचित है और अब इनके ऊपर घर से बेघर होने का भय भी सताने लगा है।
उन्होंने बताया कि नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने समिति के सदस्यों की सभी बातें सुनकर उनकी मांग को विधानसभा में भी रखने का आश्वासन दिया। ज्ञापन सौंपने वालों में आवासीय कल्याण समिति आईडीपीएल ऋषिकेश के अध्यक्ष रामेश्वरी चौहान, सचिव सुनील कुटलैहडिया, आदित्य डंगवाल, रजनी विश्नोई, सारिका कुटलैहडिया, उर्मिला गुप्ता, नीलम चंदानी, सुधा गुप्ता, नंदनी भंडारी आदि मौजूद रहे।