तीर्थनगरी में 8 माह में 18 पर्यटकों का गंगा में डूबना चिंता का विषय: राजपाल खरोला

उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने कहा कि ऋषिकेश का नाम योगनगरी और धर्मनगरी के अलावा पर्यटन के लिहाजा से विश्व प्रसिद्ध है और इसी पर्यटन के कारण यहाँ के हज़ारो लोगो का घर चलता है .. परन्तु बीते 8 महीने मे 18 पर्यटकों का गंगा मे बह जाना चिंता का विषय है जिससे पर्यटकों के अंदर ऋषिकेश के नाम से डर पैदा हो सकता है और पर्यटन के कारोबार पर निर्भित व्यवसायो के रोजी-रोटी मे आने वाले वक्त मे खतरा मंडरा सकता है।

खरोला ने कहा की बाहर से आये पर्यटकों को ऋषिकेश में पक्के घाटो, संवेदनशील घाटो और अति संवेदनशील घाटो मे फर्क नहीं दीखता क्युकी प्रशासन द्वारा कोई भी चेतावनी बोर्ड का वह पर न होना , केवल खानापूर्ति के लिए पत्थरों पर खतरा लिख दिया गया है जिससे महज 8 महीने में 18 पर्यटकों का बह जाना जिसमे 12 के शव बरामद है और 6 का अभी तक कुछ पता ही नहीं चला है ।
खरोला ने कहा की हाँ वीकेंड पर घुमने आये पर्यटकों को अति उत्साह मे पानी की गहराई का अनुमान नहीं लगा पाते पर क्या यहाँ के शासन प्रशासन की ये जिम्मेदारी नहीं की संवेदनशील घाटो और अति संवेदनशील घाटो पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाए जब रोज ये खबरे सुनने को मिल रही है।

खरोला ने जिला अधिकारी महोदय, उप जिलाधिकारी महोदय, पुलिस प्रशासन से विनम निवेदन करते हुए कहा की जल्द से जल्द इस संवेदनशील मुद्दे पर तुरंत कार्यवाही करे जिससे ऋषिकेश का नाम अपनी सुन्दरता के लिए जो विश्व प्रसिद्ध है वो कायम रहे ।