बिना हिल लाइसेंस पहाड़ों पर वाहन नहीं चला पाएंगे चालक

ऋषिकेश।
मंगलवार को नगर पालिका ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में गढ़वाल आयुक्त ने विभाग और जिलेवार समीक्षा की। उन्होंने निर्माण कार्यों को 20 अप्रैल तक पूरा करने के निर्देश दिए। कहा कि यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को ट्रैफिक की समस्या से न जूझना पड़े, इसके लिए ठोस कार्य योजना तैयार की जानी चाहिए। यात्रा पड़ावों पर हर पांच किमी में शौचालय की सुविधा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा शौचालय ऐसे स्थानों पर बनवाने चाहिए जिससे लोगों को सुविधा मिल सके।
चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों की फिटनेस पर उन्होंने सख्त रुख अपनाने के निर्देश दिए। कहा कि फिटनेस के बिना कोई दुर्घटना होती है तो संबंधित अधिकारी पर कार्रवाई होगी। बिना हिल लाइसेंस के वाहन चालक पहाड़ पर वाहन नहीं चला पाएंगे। तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए स्थानीय और जिले के अधिकारियों के नम्बर फ्लैश किए जाएंगे। चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों में दिशा-निर्देश, सहायता और शिकायत नंबर अंकित कराने के निर्देश दिए।
यात्रा मार्गों पर साईन बोर्ड लगाने, पुलिस सहायता केन्द्र स्थापित करने व बिजली की व्यवस्था दुरस्त करने के निर्देश दिये गये। मौके पर डीआईजी पुष्षक ज्योति, डीएम देहरादून रविनाथ रमन, डीएम हरिद्वार एसए मुरुगेशन, डीएम टिहरी इन्दुधर बौड़ाई, अपर आयुक्त हरक सिंह रावत, एसएसपी देहरादून स्वीटी अग्रवाल, एसपी देहात श्वेता चौबे, एसडीएम ऋषिकेश वृजेश कुमार तिवारी, एसडीएम नरेन्द्रनगर लक्ष्मीराज चौहान आदि मौजूद रहे।

केदारनाथ में रुक सकेंगे पांच हजार यात्री
प्रशासन ने केदारनाथ में पांच हजार यात्रियों की ठहरने की व्यवस्था की है। केदारनाथ की व्यवस्थाओं को लेकर बैठक में संतोष जताया गया। यात्रा रुट पर भी यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था को लेकर जीएमवीएन अंतिम रुप दे रहा है। बताया कि केदारनाथ रूट पर भी ढाई हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है।

एसडीआरएफ सहित फोर्स रहेगी तैनात
प्रशासन दुर्घटना को रोकने के लिए संभावित क्षेत्रों में एसडीआरएफ की टुकड़िया तैनात कर रहा है। इसके अलावा भी अन्य फोर्सस सहस्त्रधारा हैलीपैड व अन्य स्थानों में तैनात रहेंगे। आयुक्त ने बताया कि प्रशासन दुर्घटना न हो इसका प्रयास कर रहा है। लेकिन अगर होती है तो कम से कम जानमाल का नुकसान हो इसके लिए व्यवस्थायें दुरस्त करने का प्रयास किया जा रहा है।

108 चल रही है क्या
बैठक में स्वास्थ्य विभाग से एंबुलेंस की जानकारी मांगी गई तो विभाग ने 108 एबुंलेंस की जानकारी देना शुरु कर दिया। जिस पर आयुक्त ने पूछा कि 108 चल रही है क्या, दिखाई तो नही देती है। दरअसल यात्रा मार्गों के कई अस्पतालों में स्वास्थ्य विभाग की अपनी कोई एबुंलेंस नही है। कई स्थानों में ड्राइवर नही है तो कई स्थानों में एबुंलेंस वाहन खराब पड़े है। विभाग सिर्फ 108 के भरोसे ही कार्य कर रहा है।

रोडवेज भी रवाना करेगा बसें
रोडवेज प्रशासन एक-एक धाम के लिए प्रतिदिन पांच बसें रवाना करेगा। आरटीओ के द्वारा जानकारी दी गई कि बसों की कमी नही होने के लिए रोडवेज को भी चारधाम यात्रा में शामिल किया गया है। जिससे रोडवेज की आया तो बढ़ेगी ही साथ में बसों का दबाब भी कम रहेगा।

तीर्थयात्रियों पर पुलिस की रहेगी नजर
डीआईजी पुष्पक ज्योति ने बताया कि पुलिस जवान यात्रियों के साथ गाईड की भूमिका में रहेंगे। यात्रियों के आचरण व व्यवहार पर भी पुलिस नजर रखेगी। मसलन, चारधाम यात्रा को लेकर सुरक्षा एजेंसिया सतर्क है। किसी संदिग्ध की सूचना पर सीओ स्तर से धर्मशाला या होटल में चेकिंग अभियान भी चलाया जायेगा।

ट्रेफिक डायवर्ट करने पर जोर
ऋषिकेश के श्यामपुर क्षेत्र से छोटे वाहन शहर से भेजने व बड़े वाहनों को बाईपास से भेजने पर पुलिस विचार कर रही है। लेकिन बैठक में अधिकारियों ने श्यामपुर क्रांसिंग में साईन बोर्ड के माध्यम से लक्ष्मणझूला, रामझूला जाने वाले वाहनों को ऋषिकेश शहर से जाने व चारधाम यात्रा के लिए बाईपास मार्ग से जाने का सुझाव दिया। आयुक्त ने श्यामुपर क्रांसिंग में एचडीए के द्वारा हाईमास्ट लाईट लगाने के निर्देश भी दिये।