तहसील दिवस पर जनता रही नदारद

जनप्रतिनिधियों ने ही उठायें अधिकतर मामले, रखी समस्याऐं
ऋषिकेश।
ऋषिकेश तहसील में जिलाधिकारी देहरादून रविनाथ रमन ने फरियादियों की समस्याऐं सुनी। तहसील दिवस में कुल 85 मामलें पंजीकृत हुए। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में मौजूद विभागों के अधिकारियों को समस्या निस्तारण के मौके पर ही दिशा-निर्देश दिये। तहसील दिवस में अधिकतर मामले जनप्रतिनिधियों ने ही रखें। जनता कम ही नजर आयीं।
मंगलवार को ऋषिकेश तहसील में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें जिलाधिकारी रविनाथ रमन, सीडीओ आलोक कुमार पाण्डेय, एसडीएम कुश्म चौहान ने संयुक्तरुप से जनसमस्याएं सुनी। तहसील दिवस में सड़क, पानी, समाज कल्याण विभाग की पेंशन, सड़क, पालिका की शिकायत, ग्राम समाज की भूमि पर अतिक्रमण, रानीपोखरी भूमिगत सिंचाई नहर के कार्य को लेकर जनप्रतिनिधियों ने बात रखी। जिलाधिकारी ने तहसील दिवस में उपस्थित अधिकारियों से वार्ताकर मामले में उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिये। जनसमस्याओं पर भी कई जनप्रतिनिधियों ने अपनी बात रखीं। जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लेने की बात कही। 110
जिलाधिकारी रविनाथ रमन ने बताया कि तहसील दिवस में पेंशन, जंगली जानवरों के आंतक, सड़क आदि के मामले आये है। बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा पेंशन की धनराशि खाताधारकों के खाते में डाली जा रही है। सड़क का कार्य बरसात के बाद शुरु होने की उम्मीद जताई। बताया कि अगस्त माह में सड़कों का पैसा रिलीज कर दिया गया। जंगली जानवरों के आंतक से निजात के लिए वन विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने तहसील दिवस का अधिक से अधिक प्रचार करने और फरियादियों की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण सुनिश्चित करने के अधिकारियों को निर्देश दिये।
एसडीएम कुश्म चौहान ने बताया कि तहसील दिवस में कुल 85 समस्याएं पंजीकृत हुई, जिसमें से 50 का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। मौके पर सीओ चक्रधर अंथवाल, डीएफओ प्रश्नकुमार पात्रौ सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

अव्यवस्था हावी रही
ऋषिकेश। तहसील दिवस में मीटिंग हॉल अधिकारियों से ही भर गया। फरियादियों को जगह नही मिलने व डीएम के देर से पहुंचने के कारण कुछ तो बैरंग ही लौट गये। गर्मी की अधिकता होने के चलते भी पीने के पानी की कोई व्यवस्था नही रही। हॉल में सिर्फ दो ही पंखे होने से पसीने के मारे लोग बेहाल रहे। बाहर टेंट जरुर लगा था लेकिन उसमें भी कई विभागों के अधिकारी ही मौजूद रहे।

साहब पहले तहसील की व्यवस्था तो सुधारिये
ऋषिकेश। तहसील दिवस में जिलाधिकारी को मांगों का पुलिंदा देने वालों की भरमार रही। एडवोकट भूपेन्द्र कुकरेती ने डीएम से ऋषिकेश तहसील में जन सुविधाएं दुरस्त करने की मांग रखी। बताया कि जनरेटर की सुविधा नही होने से फरियादियों के कार्य लटक जाते है। पीने का पानी और सुलभ शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की।

पालिका समिति की बैठक निरस्त करने की मांग
ऋषिकेश। भाजपा सभासद कविता शाह ने नगर पालिका की समितियों के क्रियाकलापों पर रोक लगाने की मांग की। बताया कि समिति चुनाव की प्रकिया गतिमान होने पर नाम वापसी के दिन चुनाव स्थगित कर दिये गये। चुनाव आचार संहिता प्रभावित करने व पुरानी समितियों को बहाल करने के निर्णय को निरस्त करने की मांग की।

तहसील दिवस में रखी गयी मांगे …
पंकज गुप्ता द्वारा निराश्रित पशुओं के लिए स्थान उपलब्ध कराने की मांग, रामकुमार संगर द्वारा शिवा इन्कलैव व भरत विहार मेंपानी की सप्लाई, सीवर लाइन बिछाने व दाखिला खारिज की सुविधा देने की मांग, नशबंदी पट्टे धारकों को जमीन नही मिलने का मुद्दा, अमितग्राम में गुज्जर प्लाट से आने वाले पानी की निकासी की मांग, अमित ग्राम में पीने के पानी की सप्लाई दुरस्त करने की मांग, कपिल गुप्ता द्वारा एचडीए के अनापत्ति प्रमाण पत्र के नाम पर उत्पीड़न रोकने की मांग, संजय कुमार द्वारा ऋषिकेश की खाता खतौनी की एनओसी व दाखिला खारिज की कार्रवाई में सर्वे नायब तहसीलदार द्वारा परेशान करने का मामला, राकेश पारछा द्वारा सरकारी अस्पताल की ओपीडी में डॉक्टरों के समय से नही बैठने का मामला, ग्राम सभा छिद्दरवाला में सड़क के डामरीकरण का मामला, रायवाला प्रतीतनगर में राजकीय डिग्री कॉलेज खोलने की मांग।