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हरिद्वार-ऋषिकेश के बीच मेट्रो परियोजना जल्द

शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि 2700 करोड़ रुपये की लागत से जल्द ही हरिद्वार-ऋषिकेश में मेट्रो नियो परियोजना तैयार होगी। ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर तक रोपवे परियोजना को बोर्ड की स्वीकृति मिल चुकी है। इसे भी आगामी कैबिनेट बैठक में लाया जाएगा।
सोमवार को बैराज रोड स्थित ऋषिकेश कैंप कार्यालय में मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने एमडी उत्तराखंड मेट्रो जितेंद्र त्यागी के साथ बैठक की। जितेंद्र त्यागी ने बताया कि हरिद्वार-ऋषिकेश में मेट्रो नियो परियोजना की डीपीआर तैयार हो चुकी है, इसमें 34 किमी की लंबाई में 20 स्टेशन बनाए जाने हैं। इसकी लागत 2700 करोड़ रुपये होगी। बताया कि इस संबंध में कार्यवाही गतिमान है। आईएसबीटी से गांधी पार्क तक 10 किमी तथा एफआरआई से रायपुर तक 13 किमी तक मेट्रो के लिए डीपीआर स्वीकृत होने के बाद केंद्र सरकार के इंस्टीट्यूट आफ अर्बन ट्रांसपोर्ट में कार्यवाही गतिमान है। इसकी कुल लागत 1850 करोड़ रुपये है। मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने छह माह के भीतर कार्यवाही को पूर्ण करने के बाद टेंडर प्रक्रिया को अमल में लाने के निर्देश दिए।
कबीना मंत्री ने कहा कि हरकी पौड़ी से चंडी देवी मंदिर रोपवे परियोजना में केंद्र से स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। इसमें दो स्टेशन और 13 टावर बनाए जाने हैं। करीब 150 करोड़ रुपये की लागत से 2.3 किमी तक इसका निर्माण किया जाना है। इसके लिए हरिद्वार में सिंचाई विभाग की जमीन देखी जा रही है। बताया कि इस मामले में विभागीय मंत्री सतपाल महाराज से वार्ता की गई है। हरिद्वार शहर में हरिद्वार दर्शन के नाम से पॉड टैक्सी चलाई जानी है, इसकी भी डीपीआर तैयार हो चुकी है। 04 कॉरिडोर्स और 21 किमी की लंबाई वाले हरिद्वार दर्शन की लागत 1684 करोड़ रुपये रहेगी। यह परियोजना अभी प्रस्तावित है। इसके अलावा ऋषिकेश से नीलकंठ महादेव मंदिर तक रोपवे परियोजना को बोर्ड की स्वीकृति मिल चुकी है, इसे आगामी कैबिनेट में लाया जाएगा।
कहा कि सभी परियोजनाओं के निर्माण से जहां एक ओर गुणवत्तापूर्ण, प्रदूषण मुक्त, वातानुकुलित एवं आरामदायक परिवहन सुविधा प्राप्त होगी, वहीं दूसरी ओर वर्तमान सड़क पर परिवहन एवं भीड़ कम करने में मदद मिलेगी। इससे यातायात का दबाव भी कम होगा। इन परियोजनाओं से यात्रियों एवं पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा एवं समय की बचत होगी। इससे राज्य में पर्यटकों की आमद बढ़ेगी और राजस्व में वृद्धि होगी। मेट्रो नियो के निर्माण में राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के साधन भी पैदा होंगे और पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।