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गौण्डार, चिलौण व तोषी को यातायात से जोड़ा जायेगाः मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग की 288.25 लाख, शिक्षा विभाग की 457.67 लाख, स्वास्थ्य विभाग की 355.95 लाख, क्रीडा विभाग की 250.00 लाख, लोक निर्माण विभाग की 531.26 लाख, पेयजल निगम की 474.99 लाख योग 2358.12 लाख की योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही, सिंचाई विभाग 5334.24 लाख, शिक्षा विभाग 60.00 लाख, सैनिक कल्याण 48.80 लाख एवं लोक निर्माण विभाग की 298.26 लाख कुल मिलाकर 5741.30 लाख की योजनाओं का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कुल 8099.42 लाख की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह देवभूमि है यहाँ अतिथि देवो भव से स्वागत किया जाता है इसलिए भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश के सभी 1200 माध्यमिक विद्यालयो में स्मार्ट कक्षाये शुरू की जायेगी जिससे नौनिहालो का पठन – पाठन सुव्यवस्थित ढंग से संचालित हो सके। उन्होंने कहा कि पौडी जनपद के फलस्वाडी गाँव में सीता सर्किट बनाने की योजना तैयार की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहां कि क्षेत्र की हर समस्या के निराकरण के लिए प्रदेश सरकार गम्भीर है।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने इस अवसर पर घोषणा की कि गौण्डार, चिलौण व तोषी को यातायात से जोड़ा जायेगा और 2022 तक गुप्तकाशी व ऊखीमठ में हर घर में पानी उपलब्ध कराया जायेगा। मुख्यमंत्री ने बाह्मणखोली के लिए दो किमी मोटर मार्ग के लिए भी स्वीकृति प्रदान की।

रविवार को गिरीया गाँव में प्रधान पुजारी बागेश लिंग व वेदपाठी यशोधर मैठाणी ने बह्म बेलापर पंचांग पूजन के तहत भगवान मदमहेश्वर की डोली व साथ चल रहे अनेक देवी – देवताओं के निशाणो की पूजा अर्चना व अभिषेक कर आरती उतारी तथा सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भगवान मदमहेश्वर के निर्वाण दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। ठीक नौ बजे भगवान मदमहेश्वर की डोली गिरीया गाँव से विदा होकर ऊखीमठ के लिए रवाना हुई तथा सैकड़ों श्रद्धालुओं ने डोली का फापज व सलामी में पुष्प वर्षा कर मन्नत माँगी। सलामी से सैकड़ों श्रद्धालुओं ने जय बोले के उदघोषो के साथ डोली की अगुवाई की। सैकड़ों श्रद्धालुओं की जयकारो व महिलाओ के मागल गीतों से ऊखीमठ क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा। भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली के मंगोलचारी पहुँचने पर रावल भीमा शंकर लिंग ने परम्परा अनुसार डोली पर सोने का छत्र अर्पित किया ग्रामीणों ने अर्घ्य लगाकर विश्व कल्याण की कामना की।