विश्व शांति के लिए स्वामी समर्पणानंद ने शुरू की पंचाग्नि साधना

महाकुंभ में विश्व शांति के लिए स्वामी समर्पणानंद सरस्वती ने पंचाग्नि साधना शुरू कर दी है। उन्होंने सोमवती अमावस्या को विशेष फलदायी अमावस्या बताया।

तपोवन स्थित स्वामी समर्पण आश्रम के परमाध्यक्ष अवधूत स्वामी समर्पणानंद सरस्वती ने कहा, तपस्या और साधना से भारतीय संस्कृत को उजागर रखता है। महाकुंभ में यह दर्शन करने का एक अवसर सभी को मिलता है। प्रत्येक दिन योगाभ्यास, साधना और साधारण भोजन से तनाव मुक्त जीवन और सारे बीमारियों से मुक्त हो कर मनुष्य शांति, स्वास्थ्य और समृद्धि को प्राप्त कर सकता है। महाकुम मेला में हरिद्वार और ऋषिकेश में स्नान का सोमावती अमावस्या में बहुत महत्व है। उन्होंने विश्व शांति की प्रार्थना के लिए पंचाग्नि साधना शुरू की।