सुपरवाइजर महेन्द्र निलंबित ड्राइवर को नौकरी से निकाला

नगर निगम ने सुपरवाइजर विनेश कुमार पर ड्यूटी के दौरान जानलेवा हमले के मामले में विभागीय कार्रवाई की है। कोतवाली पुलिस की रिपोर्ट को आधार बनाकर निगम ने आरोपी सुपरवाइजर महेन्द्र को निलंबित किया हैए जबकि कूड़ा वाहन चालक को नौकरी से हटा दिया है।

नगर आयुक्त नरेन्द्र सिंह क्वीरियाल ने बताया कि बीते शनिवार को बापूग्राम में सुपरवाइजर विनेश कुमार के साथ हुई मारपीट के मामले में आरोपियों पर विभागीय कदम उठाया गया है। बताया कि यदि कोई कर्मचारी 48 घंटे तक हिरासत अथवा लॉकअप में बंद रहता हैए तो ऐसे कर्मचारी पर आवश्यक कदम उठाया जाता है। इसी संबंध में कोतवाली ऋषिकेश से रिपोर्ट मांगी गई थी। यह रिपोर्ट बुधवार को निगम की मिल गई है। इसमें बताया ‌गया है कि दोनों आरोपी वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है।

रिपोर्ट को आधार बनाते हुए निगम ने सुपरवाइजर महेन्द्र सिंह पुत्र खेमचंद‌ निवासी वाल्मीकी नगर ऋषिकेश को निलंबित किया गया है। यह निगम के नियमित कर्मचारी है। इसके अलावा आरोपी महेन्द्र के पुत्र सचिन को नौकरी से बर्खास्त किया गया है। सचिन निगम में आउटसोर्स कर्मचारी था और वह कूड़ा वाहन चलाता था।

क्या है मामला
ऋषिकेश। 27 जून की शाम को बापूग्राम गली नंबर 12 में शाम करीब पौने चार बजे नगर निगम के सुपरवाइजर विनेश कुमार पर जानलेवा हमला हुआ था। पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर कोतवाली पुलिस ने सुपरवाइजर महेन्द्र सिंहए सचिनए विशाल उर्फ काका और सावन के खिलाफ हत्या के प्रयास में मुकदमा दर्ज किया था। साथ ही महेन्द्र और सचिन को गिरफ्तार भी कर लिया थाए जबकि वारदात के दो अन्य आरोपी विशाल और सावन अभी भी फरार चल रहे हैं।