श्रद्धापूर्वक मनाई शनिश्चरी अमावस्या, धार्मिक अनुष्ठान का हुआ आयोजन

ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट, पूर्णानंद घाट में महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में महिलाओं द्वारा शनिश्चरी अमावस्या उत्साह के मनाई। पूर्णानंद घाट में सुबह ब्रह्ममुर्हुत में यज्ञ के बाद भक्तों द्वारा पूजा-अर्चना की। सुबह नवग्रह पूजन के साथ हवन और भंडारा हुआ कुंभ मेला पार्किंग मुनि की रेती में दिनभर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। काफी संख्या में आये श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण कर शनि देव से प्रार्थना कर सुख समृद्धि की कामना की। इस मौके पर जप, अनुष्ठान और अन्य धार्मिक कार्यक्रम हुए।
अमेरिका से 94 वर्ष की दादी ध्रुव अमर के सौजन्य से भंडारा का आयोजन हुआ। दादी ध्रुव अमर ने कहा कि सत्यम शिवम् सुंदरम् भगवान शिव भारतीय जीवन की ऊर्जा और रचनात्मक शक्ति के प्रतीक हैं। शिव भारत की धरती की संस्कृति में समाहित हैं। सत्यम, शिव, सुंदर भारतीय संस्कृति का आदर्श है। सत्य ही शिव, शिव ही सुंदर हैं। शिव स्वास्थ्यप्रद औषधियों के परम ज्ञाता, ज्ञान, योग, विद्या, व्याख्यान तथा सभी शास्त्रों में पारंगत होने के साथ ही कुशल नर्तक तथा प्रवर्तक भी हैं। काम, लोभ, गुस्से आदि गलत आदतों का त्याग करना चाहिए। भगवान शिव की पूजा के साथ गरीबों की मदद करनी चाहिए।
ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने किया हवन पूजन साथ ही शनिश्चरी अमावस्या पर विशेष गंगा आरती की गई।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट की सदस्य डॉ. ज्योति शर्मा, शान्ति सिहं, संध्या, आचार्य अभिनव पोखरियाल डायरेक्टर नमामि गंगे स्पिरिचुअल, सावित्री चौधरी पूर्व वाइस चेयरमैन मुनीकीरेती, प्रवीण गोस्वामी आदि ने हवन एवं भंडारे में सहभागिता की।