हरेला दिवस पर सब मिलकर पर्यावरण को बचाएः स्वामी समर्पणानंद

स्वामी समर्पण आश्रम, तपोवन के परमाध्यक्ष स्वामी समर्पण आनंद सरस्वती ने पौधारोपण करते हुए कहा, प्रकृति के बिना हम जीवन जी नहीं पाएंगे। पर्यावरण प्रकृति को रक्षा करना मतलब जल, वायु, अग्नि, मिट्टी और आकाश तत्त्व को समता में रखना होगा। हमारे सनातन वैदिक धर्म में, हम प्राकृतिक के विभिन्न तत्व को पूजा करते हैं, यह हमारे ऋषि मुनि यों की वैज्ञानिक आधार शिला हैं।

जैसे हम पीपल, तुलसी, बटबृक्ष, बेलपत्र, केला की पेड़ आदि पूजा करते हैं। गंगा, यमुना आदि नदी की जल की पूजा की जाती है। आकाश तत्त्व को और अग्नि जैसे यज्ञ एवम हवन के रूप में पूजा करते हैं। हमारे भारतीय सनातन संस्कृति हिन्दू धर्म, प्रकृति को रक्षा सभी समय करते आ रहे है और आगे भी जारी रहेगा। हर व्यक्ति पौधा लगाएं और पर्यावरण संरक्षण में भाग लें।