ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं हो पा रहा सेनिटाइजेशन, कांग्रेस प्रदेश महासचिव ने संभाला मोर्चा

ऋषिकेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सेनिटाइजेशन न हो पाने से लोगों के समक्ष कोविड, डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों का खतरा पैदा हो गया है। ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला ने अब मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने न सिर्फ विस्थापित क्षेत्र के नौ गांवों में सेनेटाइजेशन किया बल्कि क्षेत्र में पौधे भी लगाये।

लोगों की शिकायत पर कांग्रेस प्रदेश महासचिव राजपाल खरोला विस्थापित क्षेत्र पहुंचे। विस्थापित परिवारों ने बताया कि लक्कड़घाट से लेकर सीमा डेंटल कॉलेज तक का क्षेत्र न ही नगर निगम ऋषिकेश में आता है और न ही यहां कोई ग्राम पंचायत है। क्योंकि इस क्षेत्र को अभी राजस्व ग्राम का दर्जा नहीं मिला है। ऐसे में क्षेत्र में सेनेटाइजेशन कार्य का जिम्मा किसी ने नहीं उठाया है। लोगों की परेशानी सुनने के बाद राजपाल खरोला ने स्वयं के खर्चे पर टैंकर की व्यवस्था करवाई। इसके बाद क्षेत्र में 12 टैंकर दवाई का छिड़काव किया गया। राजपाल खरोला ने आरोप लगाते हुए कहा कि जहां सरकार सभी क्षेत्रों में वैक्सीनेशन व सेनेटाइजेशन का दावा कर रही है। वहीं हजारों की संख्या वाले गांव पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। मौके पर गंभीर सिंह, जगदंबा रतूड़ी, धर्मेंद्र गौनियाल, दीपक धमन्दा, गजेंद्र खरोला, गुड्डी पोखरियाल, जितेंद्र यादव, सोनू पांडे, बंटी मैठानी आदि उपस्थित रहे।