ऋषिकेशः अगर व्यापारिक संगठन एक न हुए तो, बनेगा महासंगठन

तीर्थनगरी में व्यापारियों में एकजुटता काफी समय से देखने को नहीं मिल रही है। इसके चलते संगठन में एक पद सत्ताधारी तो दूसरा पद विपक्षी पार्टी की झोली में जाता है और नतीजा यह रहता है कि किसी भी मुद्दे पर आम सहमति नहीं बन पाती है। फिर चाहे अतिक्रमण का मामला हो, या प्रशासन के किसी भी आदेश का। एकजुट न हो पाने से प्रत्येक गली में अलग-अलग व्यापारिक संगठन तैयार हो गए है। इसका खामियाजा सीधा व्यापारियों को झेलना पड़ता है। मगर, आज एक पहल हुई और तीन मुख्य व्यापारिक संगठनों को एक बनाने पर जोर दिया गया।

इसके अतिरिक्त सभी व्यापारी मिलकर एक नया व्यापारिक महासंगठन बनायेंगे जो महानगर स्तर का होगा।

कपड़ा व्यापारी संगठन के अध्यक्ष राजीव मोहन ने कहा कि अगर तीनों व्यापार मण्डल एक नहीं होते तो ऋषिकेश का एक महानगर व्यापार मण्डल बनाया जाये।

स्वर्णकार संगठन के अध्यक्ष यशपाल पंवार ने कहा कि अगर नगर उघोग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के नेता एका नहीं करते तो हम सभी संस्थाओं को प्रांतीय उघोग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल से अपनी सम्बधता खत्म कर देनी चाहिये और अपना नया व्यापार मण्डल बनाकर ऐसे स्वार्थी नेताओं का बहिष्कार करना चाहिये।

व्यापार सभा के पूर्व अध्यक्ष नवल कपूर ने कहा कि ऋषिकेश के व्यापारियों का संगठन बनाना चाहिये जो कि मजबूत संगठन होगा और हमारी मजबूती से प्रदेश स्तरीय हर व्यापारिक संगठन हमसे जुड़ेगा।

पंजाबी महासभा के अध्यक्ष कृष्ण कुमार लाम्बा ने कहा कि ये कुछ चंद व्यापारी नेता जो केवल अधिकारियों की चाटुकारिता कर अपने स्वार्थ सिद्ध करने का काम करते हैं इनमे से कुछ तो इसलिये व्यापारी नेता बने हैं कि अपने उल्टे सीधे काम को बचा सके ऐसे नेताओं से हमें व्यापारियों को बचाना चाहिये व नया संगठन बनाना चाहिये और जब तक वार्ता नहीं हो जाती हम किसी भी सदस्यता का फार्म नहीं भरेंगे ।

व्यापार सभा के अध्यक्ष मनोज कालडा ने कहा कि कुछ लोग आज की इस बैठक में जाने से मना कर रहे थे परन्तु ये सही नहीं मेरा मानना है एक ही खिड़की में सदस्यता होनी चाहिये और सभी को जोड़कर समान अधिकार के साथ चुनाव लड़ने का अधिकार मिलना चाहिये ।

प्रदेश उघोग व्यापार मण्डल के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने कहा कि शहर हित में तीनों संगठन एक हों मैं इसके लिये तैय्यार हूँ जो निर्णय सभी व्यापारी लेंगे मैं सहमत हूँ ।

बैठक का संचालन कर समाजसेवी जयेन्द्र रमोला ने कहा कि हम यहॉं पर लगभग 80 प्रतिशत प्रांतीय उघोग व्यापार मण्डल से जुड़े हैं और हमें एका का प्रयास करने के लिये नगर उघोग व्यापार प्रतिनिधि मण्डल के नेताओं से बात करने के लिये एक समिति बनानी चाहिये कि वे एक होकर व्यापारी हितों के लिये कार्य करें नाकि पद की लालसा के लिये व्यापारियों का स्तेमाल करें ।

बनी पांच सदस्यदीय कमेटी
बैठक में वार्ता करने के लिये एक पॉंच सदस्य की कमेटी बनाई गई। जिसमें मनोज कालडा, विनोद शर्मा, राजीव मोहन, राजकुमार तलवार, नवल किशोर, विवेक वर्मा व प्रदीप गुप्ता को शामिल किया गया।

बैठक में यह व्यापारी रहे मौजूद
बैठक में होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष मदन नागपाल, अजय गर्ग, दीपक प्रताप जाटव, पार्षद मनीष शर्मा, पार्षद देवेन्द्र प्रजापति, पार्षद जगत नेगी, हितेन्द्र पंवार, केवल कृष्ण लांबा, राजकुमार तलवार, धर्मेश मनचंदा, मधु जोशी, हर्षित गुप्ता, राजपाल ठाकुर, संजय पंवार, मनोज गोसाई, प्रदीप गुप्ता, मनोज साहल, गोविंद सिंह, विवेक वर्मा, अखिलेश मित्तल, अक्षत गोयल, सुनील गोयल, पंकज चंदानी, प्रदीप कुमार, विवेक तिवारी, हरीश दरगन, योगेश पाल, राधावल्लभ, पंकज गुप्ता, प्रमोद कुमार शर्मा, नागेंद्र सिंह, तनवीर सिंह, दीपक कुकरेजा, विनीत, राही कपाड़िया, हरिओम बेदी, यशपाल सिंह पवार, विनोद शर्मा, राजीव मोहन, कपिल गुप्ता, नवल कपूर, सरदार विक्की सेठी, राजेश कुमार तायल, गगनदीप सिंह बेदी, जयपाल सिंह बिट्टू, संजय शर्मा, अरविंद कुमार, अतुल सरीन, अशोक नेगी, सतीश कालरा, राजीव आनंद, नटवर श्याम, दीपक कपूर, कपिल आनंद, रमन अरोड़ा, राधे मोहन साहनी, नितिन जैन, नितिन किशोर, रमनप्रीत सिंह, दीपक बंसल, गौरव अग्रवाल, हरिराम वर्मा, देवेश जैन, देवी प्रसाद, राजकुमार मारवा, संजय भट्ट, सुमित त्यागी, जितेंद्र आनन्द, पंकज अरोड़ा, राजीव गावड़ी, शिवम गेरा, रमन अरोड़ा, ज्योति शर्मा, सरदार बूटा सिंह, जितेंद्र सिंह पवार, नितिन गुप्ता, अजीत सिंह गोल्डी, अनु गुलाटी, ललित सक्सेना, मनोज त्यागी, अमित कुमार, जितेंद्र पाल पाटी, गौरव यादव, नीरज यादव, राजेश साहनी, मनोज सेठी, धीरज मखीजा, एकांत गोयल आदि शामिल थे।