उत्तराखंड मेट्रो का प्रस्तावित खाका तैयार

एक्सलूसिव खबर

-गूगल मैप के जरिए मेट्रो का सर्वे, प्रोजेक्ट तैयार करने में जुटे अधिकारी
-दिल्ली मेट्रो के अधिकारियों ने उत्तराखंड में डाला डेरा

ऋषिकेश। दयाशंकर पाण्डेय
दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड में भी मेट्रो का सपना जल्द साकार होने वाला है। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने उत्तराखंड में डेरा डाल दिया है। शुरुआती चरण में कंसल्टेंट प्रोजेक्ट रिपोर्ट, सर्वे और मैप को अंतिम रूप देने के लिए हरिद्वार, ऋषिकेश, देहरादून तहसीलों के अधिकारियों से दिल्ली मेट्रो के अधिकारी संपर्क कर रहे हैं।
मंगलवार को दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड के सीनियर एजीएम (सिविल) आरजी शर्मा अपनी टीम के साथ ऋषिकेश तहसील पहुंचे। टीम ने एसडीएम ऋषिकेश वृजेश कुमार तिवारी से मुलाकात की। एजीएम ने बताया कि उत्तराखंड में मेट्रो के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड प्रोजेक्ट तैयार कर रहा है। मेट्रो के मार्ग, निर्माण को लेकर खर्च, पर्यावरण पर असर, प्रस्तावित स्टेशन, यातायात व्यवस्था, परिवहन का अध्ययन, सर्वे और टेक्निकल सर्वे के लिए उनकी टीम काम कर रही है। बताया कि उनका सर्वे अंतिम चरण में है।
एजीएम ने एसडीएम से ऋषिकेश के प्रस्तावित मार्ग, स्टेशन का निर्माण और भूमि के अधिग्रहण के बारे में चर्चा की। टीम सैटेलाइट द्वारा तैयार हरिद्वार, ऋषिकेश और देहरादून का मैप भी साथ लाई थी। एजीएम आरजी शर्मा ने हिन्दुस्तान को बताया कि उत्तराखंड में मेट्रो को लेकर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जा रही है। उत्तराखंड सरकार ने पूर्व में दिल्ली की कंपनी डिम्स को यह जिम्मेदारी दी थी। डिम्स की विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर ही दिल्ली मेट्रो रेल कारापोरेशन लिमिटेड भी काम कर रहा है। शीघ्र ही डीपीआर उत्तराखंड मेट्रो कारापोरेशन को सौंपी जाएगी। मौके पर दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन के रेजिडेंट इंजीनियर आरपी सिंह, जूनियर इंजीनियर सर्वेश कुमार व नायब तहसीलदार केडी जोशी मौजूद रहे।

मेट्रो के सर्वे में सामने आए (प्रस्तावित) प्रमुख तथ्य-
-ऋषिकेश में दो कॉरीडोर बनेंगे
-60 खंबों के पिलर पर होकर गुजरेगी मेट्रो
-ऋषिकेश का आखिरी स्टेशन नटराज चौक
-नेपाली फॉर्म के तिराहे पर ऋषिकेश और देहरादून जाने के लिए इंटरचेंज स्टेशन
-रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के नजदीक स्थान पर स्टेशन निर्माण को वरीयता
-मेट्रो के डिपो व मरम्मत स्टेशन के लिए स्थान का चयन
-सरकारी व प्राइवेट जमीन के अधिग्रहण की सर्वे
-ट्रैफिक का दबाब कम करने के लिए इकोनॉमिक रिटर्न का अध्ययन