योग को आत्मसात करे युवा पीढ़ी, तभी विकसित भारत का हो सकता है निर्माणः राज्यपाल

गढ़वाल मण्डल विकास निगम लिमिटेड व पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का समापन राज्यपाल बेबी रानी मौर्य द्वारा किया गया। समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि योग का मतलब जोड़ना है। योग पूरे विश्व को भारत द्वारा दिया गया अमूल्य उपहार है, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को समूचे विश्व में एक नई पहचान दी है, युवा पीढ़ी का आहवान करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को योग को आत्मसात करना चाहिए। तभी हम विकसित भारत का निर्माण कर सकते हैं, योग एक साधना ही नहीं वरन एक सस्कृति है, जो कि ऋषिमुनियों ने कठिन तप से प्राप्त की है।

इससे पूर्व पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि योग की शक्ति से ही हम भारत को विश्व गुरू बना सकते हैं। आज विश्व में फैल रही तमाम वैश्विक बीमारियों से हमें योग ही बच सकता है कोरोना से लडने में योग ने अहम भूमिका का निर्वहन किया है।

वन मंत्री हरक सिंह रावत ने अपने सम्बोधन में कहा कि योग अब देवभूमि उत्तराखण्ड से पूरी दुनिया में आम लोगों की दिनचर्या का हिस्सा बन गया है। पश्चिमी देशों ने भी योग के महत्व को स्वीकार करते हुए योग को अपनाया है यही वजह है कि 21 जून को पूरी दुनिया योग दिवस मना रही है।

योग महोत्सव में उपस्थित विधान सभा अध्यक्ष प्रेम चन्द्र अग्रवाल ने कहा कि ऋषिकेश योग की धरती है और यहाँ से बहती हुई गंगा की तरह योग पूरी दुनिया में प्रवाहित हो रहा है। इस मौके पर विभिन्न देशों के उच्चायुक्तों ने भी कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। जिसमें बोसनियां के उच्चायुक्त मोहम्मद शिनजिक, नोर्थ मेसोडोनिया के राजदूत नेहथ ईमिनी, फिजी के उच्चायुक्तों कमलेश शशि प्रकाश एवं त्रिंडाड एण्ड टैबगो के राजदूत डाॅ0 रोजर गोपाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

मौके पर सचिव पर्यटन दिलीप जावलकार, डीएम टिहरी ईवा आशीष श्रीवास्तव गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक, डाॅ आशीष चैहान, महाप्रबन्धक (पर्यटन), जितेन्द्र कुमार, महाप्रबन्धक (प्रशासन), अवधेष कुमार सिंह, महाप्रबन्धक (वित्त) एवं अभिषेक कुमार आनन्द आदि मौजूद रहे।