सरिता आर्य के भाजपा में आने पर सीएम धामी क्या बोले, जानिए

कांग्रेस छोड़ सरिता आर्य की भाजपा में ज्वाइनिंग के समय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरिता आर्य के आने से भाजपा नैनीताल जिले में ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि सरिता आर्य लम्बे समय से महिला उत्थान के लिए काम कर रही हैं। पूरे प्रदेश में उनका एक नेटवर्क है। उस पूरे नेटवर्क का भाजपा को लाभ होने वाला है। उन्होंने कहा कि सरिता आर्य लम्बे समय से महिलाओं के लिए काम कर रही हैं। इसी की बदौलत वह राजनीति में मुकाम हासिल कर पाई हैं। उन्होंने कहा कि इससे निश्चित रूप से भाजपा को सभी क्षेत्रों में लाभ होगा। उन्होंने सरिता आर्य के भाजपा में आने के लिए उनका आभार जताया और कहा कि महिलाओं की सच्ची हितैशी भाजपा ही है।
सरिता आर्य पिछले पांच सालों से नैनीताल विधानसभा सीट पर कार्य कर रहीं थीं। लेकिन, पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के ज्वाइन करने के बाद उनके टिकट पर संशय बना हुआ था। 2017 के विधानसभा चुनाव में संजीव आर्य नैनीताल विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बने थे। सूत्रों की मानें तो संजीव 2022 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर नैनीताल विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे।
वहीं, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि सरिता आर्य भाजपा में बिना शर्त आई हैं। लेकिन उनका उपयोग कैसे किया जा सकता है और उनके बारे में सोचना अब पार्टी का काम है। सरिता आर्य को भाजपा नैनीताल सीट से टिकट देगी या नहीं इस सवाल पर उन्होंने कहा कि टिकट को लेकर पार्लियामेंट्री बोर्ड फैसला करेगा। उन्होंने कहा कि सरिता के आने से भाजपा को मजबूती मिली है। उन्होंने इस दौरान कहा कि कांग्रेस में महिलाओं का सम्मान नहीं होता और इस वजह से उन्हें भाजपा की रीति नितियों के साथ आना पड़ा है।
कौशिक ने कहा कि भाजपा में आने के लिए सरिता ने कोई शर्त नहीं रखी और पार्टी में शामिल होने के लिए पार्टी के अनुसाशन का पालन करना होता है। उन्होंने इस दौरान कहा कि सरिता ने बड़ी संख्या में अपने समर्थकों में भाजपा में आई हैं और इसका विधानसभा चुनावों में बहुत सकारात्मक असर देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि सरिता के भाजपा में आने से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है और इससे उनके लड़की हूं, लड़ सकती हूं नारा भी खोखला साबित हो गया है।