वायरल पीड़ित मरीजों में संक्रामक रोग का खतरा बढ़ा

मंगलवार को सरकारी अस्पताल की लैब ने दो ओर मरीजों में डेंगू की पुष्टि की
मलेरिया के 2 व टाइफाइड से 14 पीड़ित मरीज मिले
ऋषिकेश।
मंगलवार को सरकारी अस्पताल की पैथोलॉजी लैब ने दो ओर मरीजों में डेंगू की पुष्टि कर दी। मलेरिया के दो और टाइफाइड से 14 पीड़ित मरीज भी मिले। सरकारी अस्पताल के आंकड़ों को पर यकीन करें तो अब तक डेंगू के कुल 20 मामले सामने आ चुके है। सरकारी अस्पताल में मरीजों की ब्लड सैंपल रिपोर्ट बता रही कि वायरल पीड़ित मरीजों में मलेरिया व टाइफाइड के मामले भी बढे है। 111
मंगलवार को सरकारी अस्पताल की ओपीडी में वायरल पीड़ित मरीज की संख्या 200 के पार चली गई। पीड़ित मरीज लंबी लाइन लगाकर जांच कराते देखे गये। फिजिशियन डॉ. ऋचा रतूड़ी ने बताया कि मौसम में परिर्वतन के चलते ओपीडी में वायरल पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मंगलवार को डेंगू की आशंका के चलते 22 मरीजों के सैंपल लिये गये थे, जिसमें से 2 मरीजों में डेंगू पॉजीटिव मिला है। 52 मरीजों में मलेरिया व 72 मरीजों में टाइफाइड के लक्षण दिखने पर ब्लड के सैंपल लिये गये।
दो मरीजों में मलेरिया व 14 मरीजों में टाइफाइड पॉजीटिव मिला है। संक्रामक रोग नियंत्रक एसएस यादव ने बताया कि सोमवार के 2 डेंगू पीड़ित मरीजों की पहचान कैलाशगेट व ऋषिकेश निवासी के रुप में हुई है। बताया कि दोनों मरीजों ने प्राईवेट अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे है। मंगलवार को हुई जांच रिपोर्ट मरीज के द्वारा नही ली गयी है। जांच रिपोर्ट के लिए आने पर मरीज से संपर्क करने की बात कही।

मुख्यगेट पर अव्यवस्था का आलम
ऋषिकेश। सरकारी अस्पताल को स्वयं संजीवनी की जरुरत पड़ रही है। मरीज जिस मुख्य गेट से अस्पताल में प्रवेश करते है, कुछ रसूखदार लोग व स्टाफ कर्मी अपने वाहन वहीं पर खड़े कर अव्यवस्था फैलाने से बाज नही आ रहे। इन वाहनों के कारण मरीज व तीमारदारों को आने-जाने में परेशानियां झेलनी पड़ रही है। किसी का मरीज गंभीर बीमार है और वह अपनी गाड़ी या एंबुलेंस से मरीज को अस्पताल के मुख्य गेट तक लाना चाहे तो यह उसकी लाचारी ही कही जायेगी कि अव्यवस्थाओं के कारण वह मुख्यगेट तक वाहन से मरीज को नही ला सकता है।