हरिद्वार से दिल्ली तक निकलेगी गंगा-यमुना समरसता यात्रा

ऋषिकेश।
प्रेस क्लब सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में समता अभियान के राष्ट्रीय सह संयोजक व उत्तराखंड प्रभारी सचिदानंद शर्मा ने कहा कि 21वीं सदी में भी विकास के मुद्दे को छोड़ कर जाति के मुद्दों को पकडऩे वाला समाज विश्वगुरु नहीं बन सकता।
उन्होंने कहा कि समाज में जातिगत भेदभाव समाप्त कर समरसता बनाने के लिए यात्रा निकाली जा रही है। भारत वर्ष में शंकराचार्य जैसा पद किसी जाति या वर्ग के व्यक्ति तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इस पद पर किसी भी जाति वर्ग का व्यक्ति योग्यता के आधार पर पदासीन होना चाहिए। उन्होंने बताया कि नगरपालिका सभागार में 12 अक्टूबर को सामाजिक समरसता गोष्टी का आयोजन किया गया है। इसमें चिंतन धाम के आध्यात्मिक गुरु पवन गुरु, जूना अखाड़ा के महंत नारायणगिरी, रविदास पंथ के स्वामी वीर सिंह हितकारी, स्वामी जितेंद्र नंद सहित कई संत शामिल होंगे। 13 अक्टूबर को भारत माता मंदिर हरिद्वार से पूर्व शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद गिरि महाराज यात्रा को रवाना करेंगे। बहादरावाद में योग गुरु बाबा रामदेव यात्रा में शामिल होंगे। 15 अक्टूबर को दिल्ली में यमुना के तट पर यात्रा का समापन होगा।

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