छठ पर्व के लिए त्रिवेणीघाट पर ध्वजारोहण

लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत सोमवार को नहाय खाय के साथ हो गई। व्रतियों ने सुबह स्नान कर सात्विक भोजन ग्रहण किया। वहीं, सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणी घाट ऋषिकेश ने सोमवार को त्रिवेणीघाट पर 27वें पूजा महोत्सव के तहत विधिवत ध्वज स्थापित किया। समिति अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने बताया कि बीते 27 वर्षों से समिति यहां छठ महोत्सव मना रही है। कहा कि महोत्सव के तहत बुधवार को छठ मैया की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
सार्वजनिक छठ पूजन समिति त्रिवेणीघाट के अध्यक्ष रामकृपाल गौतम ने बताया कि छठ महापर्व का आगाज हो चुका है। यह चार दिनों तक चलेगा। सोमवार को नहाय खाय के साथ पर्व शुरू हुआ है। अब मंगलवार को सूर्य अस्त होने पर व्रती खरना करेंगे, इसके बाद बुधवार को 5ः19 पर अस्तांचगामी (डूबते हुए सूर्य) भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके बाद गुरुवार को सुबह 6ः43 पर उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देकर महापर्व का समापन होगा। मौके पर कार्यक्रम संयोजक नागेंद्र सिंह, महासचिव परमेश्वर राजभर, कोषाध्यक्ष वीरबहादुर राजभर, आशुतोष शर्मा, आदेश शर्मा, सतवीर पाल, राजु गुप्ता, सोनू गुप्ता, संगठन मंत्री अतिब चौधरी, सतीश राजभर, अमित गुप्ता, ऋषि जायसवाल, लल्लन भारद्वाज, राजकुमार राजभर, कामेश्वर राजभर, प्रवीण सिंह, पंडित जगमोहन मिश्रा, हीरामन राजभर, मुकेश राजभर आदि उपस्थित रहे।

लोक आस्था का महापर्व छठ
सोमवार को कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी पर चार दिनों तक चलने वाला लोक आस्था का महापर्व छठ शुरू हो गया। पहले दिन व्रतियों ने पूरे घर को साफ सुथरा कर स्नान किया। अरवा चावल, चने की दाल और कद्दू की सब्जी का भोग भगवान सूर्य को लगाया और उसके बाद प्रसाद को स्वयं भी ग्रहण किया और अपने परिवारिक सदस्यों को भी वितरित किया।