होली का आध्यात्मिक महत्व समझाया

ऋषिकेश।
रविवार को आध्यात्मिक होली महोत्सव में बीके आरती ने मनायेंगे और मनाया शब्द की व्याख्या की। बताया कि जब कोई व्यकित रुठ जाता है तो उसे मनाया जाता है। उन्होंने होली का आध्यात्मिक महत्व समझाया। बताया कि होली का शब्दिक अर्थ हिज होलीवेस है। हम भगवान के लिए हो और तन, मन, धन, समय, संकल्प, सब भगवान के लिए समर्पित हो। जो बात हो ली या बीत गया उसे चिताओ नही। ये तीनों अर्थ हमारे लिए कल्याणकारी है।
शिवबाबा धरती पर अवतरित होकर होली का सत्य अर्थ बताते है। हम शरीर नही है बल्कि आत्मा, जो अमर, अविनाशी है। उन्होंने रंग के सातों गुण बतायें। दूरदर्शन के प्रोड्यूसर बेजू नैय्यर ने कहाकि मृत्यु के बाद भी जीवन है। आत्मा मा्रती नही है। राजयोग के अभ्यास से ही सरल व सही जीवन जिया जा सकता है। कमलकांत मलिक ने राजयोग की महत्ता को जानकर अपना जीवन जीने की सलाह दी। मौके पर मयूर नृत्य और फूलों की होली भी खेली गयी।