20 मई से 19 जून तक द्रोणागिरी ट्रैक के हमराही बनेंगे पर्यटक

ऋषिकेश।
मंगलवार को नगर पालिका के स्वर्ण जयंती सभागार में गढ़वाल मंडल के अपर आयुक्त हरक सिंह रावत ने पर्यटन व गढ़वाल मंडल विकास निगम के अधिकारियों की संयुक्तरुप से बैठक ली। बताया कि पूर्व में मुख्यमंत्री ने तुंगधार में द्रोणागिरी ट्रैक को विकसित करने की घोषणा की थी। इसी के मद्देनजर 20 मई से 19 जून तक पर्यटन व जीएमवीएन के संयुक्त तत्वाधान में द्रोणागिरी ट्रैक पर ट्रेकिंग संचालित की जा रही है। जिसके लिए ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन प्रारंभ कर दिये गये है। न्यूनतम खर्चें पर ट्रैकिंग को लेकर शासन तैयारी कर रहा है। जिसका बुधवार को निर्धारण कर लिया जायेगा।
बताया कि शासन ने द्रोणागिरी ट्रैक ऑफ ईयर के नाम से घोषित किया है। इससे पहले वर्ष 2015 में हिटो केदार व 2016 में केदारनाथ-तुगंनाथ टै्रक को ऑफ ईयर घोषित किया था। अपर आयुक्त ने जानकारी दी कि एक दल में 20 से 25 सदस्यों को शामिल किया जायेगा। जिसका अंतिम निर्धारण बुकिंग आने पर ही होगा। देशी व विदेशी साहसिक पर्यटकों को लुभाने के लिए व राज्य के ट्रैकिंग स्थलों को विकसित करने के लिए प्रयास किये जा रहे है। जिससे गांव के लोगों को रोजगार मिले। तिब्बत बोर्डर के सभी गांवों को ट्रेकिंग से जोड़ने पर भी कार्य किया जा रहा है।
ट्रैकिंग स्थलों के प्रचार प्रसार का जिम्मा पर्यटन व जीएमवीएन को दिया गया है। बताया कि ऋषिकेश से जोशीमठ, जोशीमठ से जुमा गांव, जुम्मा गांव से रुइंग, रुइंग से द्रोणागिरी ट्रैकिंग के पड़ाव रहेंगे। जुम्मा गांव से बागनीग्लेशियर लगभग 11 किमी है। द्रोणागिरी पर्वत, नंदी कुंड ट्रैक का हिस्सा रहेंगे। द्रोणागिरी टै्रक पर ट्रैकिंग दल 50 किमी की दुरी तय करेंगे। बैठक में जीएमवीएन के महाप्रबंधक पर्यटन बीएल राणा, सहायक महाप्रबंधक यात्रा तुलसी सिंह बिष्ट, सहायक प्रबंधक पर्यटन आवास गृह सुशील पंवार, अपर आयुक्त के पीएस वीरेन्द्र गुसांई आदि मौजूद थे।