एनएसएस शिविर का चतुर्थ दिनः आयुर्वेद की विधाओं से रूबरू हुए स्वयंसेवी

श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के चतुर्थ दिवस पर स्वयंसेवियों को आयुर्वेद की जानकारी दी गई।

आयुर्वेद विशेषज्ञ डा. डीके श्रीवास्तव ने शिविर के बौद्धिक सत्र में जीवन के महत्वपूर्ण तथ्यों से स्वयंसेवियों को अवगत कराया। डॉ श्रीवास्तव ने कहा जीवन एक महत्वपूर्ण ईश्वरीय वरदान है। जिस को स्वस्थ एवं बेहतरीन रखना, हम सब का नैतिक दायित्व है। एक स्वस्थ शरीर की विशेषता हमेशा प्रसन्नचित रहना, मन मस्तिष्क को एकाग्रचित रखना। इन दोनों का होना अत्यंत आवश्यक है, दोनों के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। हम सब का कर्तव्य है कि अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमेशा आहार-विहार और सदाचार बनाकर नियमों को पालन करना है।

इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत ने मुख्य अतिथि डॉ डीके श्रीवास्तव को उत्तरीय एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत करते हुए कहा कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है जो केवल निरंतर आहार विचार व सदाचार से ही मिलता है। कार्यक्रम अधिकारी जयकृत रावत ने प्रातः कालीन सत्र में स्वयंसेविओं के द्वारा अपने सेवित क्षेत्र में कोविड-19 के प्रति जागृत किया। कोराना से बचाव की जानकारी दी गई। इसके साथ अनेक उपयोगी प्रशिक्षण दिए गए।

इस अवसर पर विनीत सिंघल, नीलम जोशी, सुशीला बडथ्वाल, ज्योति शर्मा, डॉ सुनील थपलियाल, किशोर कुमार, सुरेश चंद्र, राजेंद्र चैहान, सोहन सिंह आदि उपस्थित थे।