कश्मीर में शहीद हुए जवान को बेटियों ने मुखाग्नि दी

सीमा पर जवानों की शहादत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है जम्मू कश्मीर के उड़ी सेक्टर में आतंकियों से लोहा लेते वक्त उत्तराखंड के एक और लाल नरेंद्र सिंह बिष्ट शहीद हो गए। शहीद का अंतिम संस्कार आज हरिद्वार के खड़खड़ी श्मशान घाट पर किया गया। अंतिम संस्कार के वक्त शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जन सैलाब उमड़ा पूरे राजकीय और सैन्य सम्मान के साथ शहीद नरेंद्र सिंह बिष्ट का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद नरेंद्र सिंह बिष्ट का कोई पुत्र नहीं है इसलिए उनकी दो पुत्रियों नेहा और नीतिका ने अपना फर्ज निभाते हुए शहीद के शव को मुखाग्नि दी। शहीद को श्रद्धांजलि देने के लिए जिला प्रशासन के अधिकारी और पुलिस अधिकारी भी श्मशान घाट पर मौजूद रहे। लेकिन दुख की बात यह है कि देश भक्ति के बड़े बड़े दावे करने वाले एक भी जनप्रतिनिधि शहीद को श्रद्धांजलि देने श्मशानघाट नहीं पहुंचा। गौरतलब है कि उत्तराखंड के सेलाकुई के रहने वाले नरेंद्र सिंह बिष्ट उड़ी सेक्टर में सरहद पर तैनात थे। 7 अगस्त को आतंकियों की गोली लगने से वह घायल हो गए थे जिसके बाद उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई थी आज उनका अंतिम संस्कार हरिद्वार में किया गया शहीद के अंतिम संस्कार के वक्त लोग आक्रोशित थे उन्होंने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगाए।