एम्स नियुक्ति फर्जीवाड़ाः एक नए आरोपी सहित दो को पुलिस ने किया गिरफ्तार

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में नौकरी के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में पुलिस ने एक नए आरोपी का खुलासा करते हुए दो आरोपी को गिरफ्तार किया हैं। उनके कब्जे से फर्जी नियुक्तिपत्र और ब्लैंक लेटर पैड भी बरामद किए गए हैं।

कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि दीपक तोमर पुत्र सहेंद्र सिंह निवासी 614 बी रेसकोर्स निकट पुलिस लाइन देहरादून और महेश आर्य पुत्र तोताराम आर्य निवासी पंजाब सिंध क्षेत्र धर्मशाला मुखर्जी मार्ग ऋषिकेश देहरादून को नेपाली तिराहा के समीप से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एम्स निदेशक प्रो. रविकांत के फर्जी हस्ताक्षर युक्त कई फर्जी नियुक्तिपत्र, कई ब्लैंक लेटर पैड और कोर सिक्योरिटी कंपनी में विभिन्न पदों के लिए फर्जी नियुक्ति पत्र बरामद किए हैं। बता दें कि बीती 21 जनवरी को शिकायतकर्ता पारस कुमार पुत्र धनीराम निवासी बीएसएम चौक थाना गंग नहर रुड़की हरिद्वार ने फर्जी नियुक्तिपत्र जारी करने की तहरीर दी थी। कोतवाली पुलिस ने इस मामले में 27 जनवरी को आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया था।

कोतवाली पुलिस ने जिन दो आरोपियों को एम्स में फर्जी नियुक्ति मामले में गिरफ्तार किया है। उनमें एक नया नाम सामने आया है। पुलिस ने महेश आर्य पुत्र तोताराम आर्य निवासी पंजाब सिंध क्षेत्र धर्मशाला मुखर्जी मार्ग ऋषिकेश देहरादून को पकड़ा है। बड़ी बात यह है कि जब पुलिस ने बीती 27 जनवरी को मामले का खुलासा करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। फरार तीन आरोपियों में महेश आर्य का नाम नहीं था। कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि मामले की जांच के दौरान महेश आर्य नामक शख्स का भी नाम सामने आया था। इसी के चलते उसे भी गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस के अनुसार गिरोह की सरगना पुष्पा शाह निवासी रामपुर रोड भदोहीवाला निकट चूना भट्टा रायपुर देहरादून और उसके साथी प्रशांत शर्मा निवासी विद्या विहार कोतवाली पटेल नगर देहरादून अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। कोतवाल रितेश शाह के अनुसार इन दोनों की तलाश के लिए भी टीम गठित की गई है।