स्वामी रामदेव योग के बाद अब वैदिक शिक्षा पद्धति को आगे ले जा रहेः त्रिवेन्द्र

हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ के नव निर्मित आचार्यकुलम भवन के लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि स्वामी रामदेव ने योग के बाद शिक्षा का जो संकल्प लिया है, वह यहां अध्ययन करने वालों छात्रों के लिये कारगार सिद्ध होगा। छात्र आगे बढ़ेगें तो स्वामी रामदेव का संकल्प भी पूरा होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी रामदेव की ओर से योग क्रांति के बाद जो शिक्षा क्रांति का संकल्प लिया गया है, वह भारतीय संस्कृति को सुदृढ़ करने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि 10 हजार छात्रों को शिक्षित करने की क्षमता रखने वाला आचार्यकुलम वैदिक और आधुनिक शिक्षा पद्धति के समन्वय का केन्द्र बनेगा।

उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव विश्व में योग के प्रसार के बाद अब वैदिक शिक्षा पद्धति को विश्व स्तर पर ले जाने की दिशा में अग्रसर हुए हैं। यह मानव निर्माण की प्रयोगशाला है, जहां भविष्य के भारत का निर्माण होगा। भारत को विश्व गुरू बनाने में हम सभी स्वामी रामदेव के इस अभियान में सहयोगी और साथी हैं।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि स्वामी रामदेव भारत के भविष्य का निर्माण कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि भारत को विश्व गुरू बनाने में पतंजलि योग पीठ का आचार्यकुलम प्रभावी भूमिका निभायेगा। इसके लिये उन्होंने स्वामी रामदेव के प्रयासों की सराहना की।